मैदा कैसे बनता हैं | मैदा खाने के फायदे या नुकसान – सम्पूर्ण जानकारी

Maida kisse banta hai | मैदा कैसे बनता हैं | मैदा खाने के फायदे या नुकसान क्या है  | मैदा कितने प्रकार का होता है –  आहार सभी जीवो के लिए आवश्यक हैं. अगर आहार पोषण से भरा और अच्छा लिया जाए तो शरीर को शक्ति प्रदान करता हैं. जैसे की फल और सब्जियां इन्हें हमें आहार में शामिल करना चाहिए. लेकिन आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग बना बनाया और जंक फ़ूड खाकर अपने स्वास्थ्य को हानि पहुचाते हैं. इसलिए अगर शरीर को स्वस्थ रखना हैं तो पोषक तत्व युक्त आहार का उपयोग कीजिए.

दोस्तों आज हम बात करेंगे मैदा कैसे बनता हैं. अधिकतर स्वादिष्ट व्यंजन मैदा से ही बनते है. जैसे की ब्रेड, समोसे, कचोरी, छोले भटूरे ऐसी काफी सारी चीज़े मैदा से बनती हैं. यह स्वास्थ्य के लिए सही है या नहीं और मैदा के फायदे और नुकसान क्या होते है इसकी भी जानकारी प्राप्त करेगे. एवं जानेगे की मैदा कैसे बनता है.

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maida kisse banta hai | मैदा कैसे बनता हैं

आप को जानकार हैरानी होगी की जिस गेहू के आंटे की रोटी आप खाते हो उसी गेहू से मैदा भी बनता है. अब आप सोच रहे होंगे की फिर तो गेहू से ही मैदा बनता है तो फिर हम मैदा से बनी चीज़ खा सकते हैं. मैदा से बनी चीज़ भी रोटी जितना ही पोषक तत्व देंगी हमें लेकिन ऐसा नहीं है दोस्तों मैदा बनाने की प्रक्रिया संपूर्ण अलग हैं.

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मैदा बनाने के लिए सबसे पहले गेहूं को अच्छे से साफ किया जाता हैं. उसके बाद गेहूं को धो लिया जाता हैं. गेहूं को धो लेने के बाद गेहूं की ऊपरी परत को हटा दिया जाता हैं. गेहूं में जो पोषक तत्व और प्रोटीन होते है वह ऊपरी परत हटाने के साथ ही निकल जाते हैं.

ऊपरी परत हटाने के बाद गेहूं के बीच वाला सफ़ेद हिस्सा रह जाता हैं. ऊपरी परत हटाने के दौरान गेहूं मोटे टुकडो में टूट जाते हैं. इन टुकडो में से भूसी निकलती है. यह भूसी को अलग किया जाता हैं और बची हुई कण को सूजी कहते हैं. यानि की गेहूं से मैदा बनाने के दौरान पहले सूजी बनती हैं.

उसके बाद गेहूं के इन कणों को अच्छी तरह बारीक़ पिसा जाता हैं इतना बारीक़ पिसा जाता हैं की वह एकदम सफ़ेद पाउडर जैसा दिखता हैं. जिसे हम मैदा कहते हैं. और इसी मैदा से बहुत सारे व्यंजन बनते हैं.

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मैदा खाने के फायदे

मैदा बनाने की प्रक्रिया में लगभग गेहूं में मौजूद सभी पोषक तत्व और विटामिन ऊपरी परत के साथ निकल जाते हैं. मैदा का उपयोग अधिकतर फास्टफूड, ब्रेड, बिस्किट, नुडल्स एवं बेकरी की चीज़े आदि बनाने में किया जाता हैं. और यह सब चीज़ स्वास्थ्य के लिए सही नहीं हैं. इस सभी चीजों को नियमत सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती हैं. जिससे बीमारिया बढ़ने का खतरा बढ़ जाता हैं.

इसलिए मैदा और मैदा से बनी चीज़ का सेवन बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए. मैदे में बहुत ही कम मात्रा में जरूरी विटामिन्स, मिनरल्स और फाईटिक एसिड जैसे पोषक तत्व कम मात्रा में पाए जाते हैं.

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मैदा खाने के नुकसान क्या है

मैदा खाने के अनेक नुकसान है. जो निम्नानुसार है:

  • मैदे का अधिक सेवन करने से पांचन संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं. मैदा खाने से कब्ज और अपच की समस्या हो सकती हैं. मैदा खाने से उसका पाचन होता नहीं है और वह पेट में चिपक जाता है. जो आगे चलकर गंभीर बीमारी का कारण बन सकता हैं.
  • मैदा खाने से मोटापा की समस्या हो जाती हैं. मैदे में स्टार्च का प्रमाण भारी मात्रा में होता हैं. जिसके कारण शरीर का वजन बढ़ जाता हैं. मैदे के सेवन से फेट बढ़ जाती हैं. मोटापे की समस्या से जूझ रहे अगर मैदा का सेवन करेंगे तो समस्या और बढ़ जाती हैं.
  • मैदे के अधिक सेवन से हड्डिया भी कमजोर होती हैं. हड्डियों में मौजूद कैल्शियम को अवशोषित करने का कार्य मैदा करता हैं. और मांसपेशिया भी कमजोर होती है जिसके कारण अर्थराइटिस जैसी बीमारी हो जाती हैं.
  • मैदे के सेवन से डायबिटीज बीमारी की समस्या भी हो सकती हैं. मैदे में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स पाया जाता हैं जो रक्त में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ा सकता हैं.  इसलिए डायबिटीज वाले मरीज को मैदे के सेवन से दूर रहना चाहिये.
  • मैदे के सेवन से ख़राब कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ सकती हैं जिसे ह्रदय संबंधित बीमारी हो सकती हैं. शरीर में कोलेस्ट्रोल को प्रमाण बढ़ने से वजन बढ़ने की समस्या और उच्च रक्तचाप की समस्या का भी सामना करना पड सकता हैं.
  • मैदे का अधिकतर सेवन करने से कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती हैं. मैदे का अधिक सेवन करने से शरीर में हाई ग्लाइसेमिक का प्रमाण बढ़ सकता हैं. इसके कारण ग्लूकोज का स्तर बढ़ सकता हैं. जिस कारण कैंसर होने का खतरा रहता हैं.
  • मैदे में कार्बोहाइड्रेट का प्रमाण होता हैं जिसके कारण कही सारी बीमारी एवं संक्रमण का खतरा बढ़ सकता हैं. मैदे के सेवन से चेहरे पर खील मुहासों की समस्या भी हो जाती हैं.
  • मैदे के अधिकतर सेवन से शरीर में आलस्य की मात्रा बढ़ जाती हैं. मैदा बनानी की प्रक्रिया से गेहूं में शामिल सभी पोषक तत्व गेहूं की ऊपरी परत के साथ हट जाते हैं. जिसके कारण मैदे में ना के बराबर पोषक तत्व होते हैं. इसलिए इसका सेवन करना शरीर को नुकसान पहोचाने के समान हैं.

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मैदा कितने प्रकार का होता है?

मैदा एक ही प्रकार का होता हैं जो गेहूं से बनता हैं. गेहूं की उपरी परत को निकाल के उसको अच्छे तरीके से बारीक़ पिसाई होती हैं. जो सफ़ेद कलर का पाउडर जैसा दिखता है वही मैदा होता हैं.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (Maida kisse banta hai | मैदा कैसे बनता हैं | मैदा खाने के फायदे या नुकसान क्या है  | मैदा कितने प्रकार का होता है) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको मैदे और मैदे बनाने की प्रक्रिया की जानकारी देना है. मैदा हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है. क्योंकि मैदे में पौषक तत्व नहीं होते है. उल्टा मैदा हमारे शरीर में जाकर अनेक बीमारियों को जन्म देता है. इसलिए मैदे का उपयोग बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए.

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