गुदाद्वार में कैंसर के लक्षण, बचाव , कारण , और उपचार क्या है?

हमारा शरीर अमूल्य है. और खुद के शरीर का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है. अगर एक बार शरीर को कोई बीमारी लग जाती है. तो बीमारी पुरे शरीर को खोखला कर देती है. इसलिए अपने स्वास्थ्य के लिए हमेशा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है. इस आर्टिकल (गुदाद्वार में कैंसर के लक्षण क्या है?) में हम आपको एक असामान्य बीमारी गुदाद्वार में कैंसर के बारे में बताने वाले है.

इस आर्टिकल (गुदाद्वार में कैंसर के लक्षण क्या है?) के द्वारा आपको गुदाद्वार में कैंसर बीमारी की पूरी जानकारी देने का प्रयत्न किया गया है. हमने इस आर्टिकल में इस बीमारी के लक्षण और उपचार के साथ इस भयंकर बीमारी से बचने के उपाय भी बताए है. जिससे आपको गुदाद्वार में कैंसर बीमारी की पूरी जानकारी मिल सके. और इस बीमारी से संभवत बच सके.

गुदाद्वार में कैंसर क्या है?

गुदाद्वार आपके शरीर का एक महत्वपूर्ण भाग है. तथा ये आपके पेट में उपस्थित बड़ी आंत का अंतिम हिस्सा होता है. बड़ी आंत का शरीर में भोजन पाचन की प्रक्रिया में अहम भूमिका होती है. तथा गुर्दाद्वार वह अंतिम स्तर है. जहा से आपके शरीर में से मल बहार आता है. इसे बड़ी आंत का बाह्य परतो के रूप में भी समझा जा सकता है.

गुदाद्वार में कैंसर में बड़ी आंत के बाह्य हिस्सों पर कैंसर की कोशिकाए बन जाती है. ये एक प्रकार का कैंसर ही है. लेकिन कैंसर की तरह ये ज्यादा लोगो में नहीं होता है. सामान्य रूप से गुदाद्वार में कैंसर अधिक धुम्रपान करने वाले 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगो को होता है.

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गुदाद्वार में कैंसर के लक्षण क्या है?

गुदाद्वार में कैंसर होने पर शुरूआती दिनों में कोई लक्षण दिखाई नहीं देती है. लेकिन धीरे-धीरे बाद में निचे दिए गए निम्न लक्षण दिखाई देते है.

  • गुदाद्वार से रक्त गिरना
  • गुदाद्वार में खुजली का अनुभव होना
  • गुदाद्वार में दर्द महसूस होना
  • गुदाद्वार में गाठ उत्पन्न होना

अगर कोई व्यक्ति ऊपर दिए गए लक्षण में से कोई भी लक्षण से परेशान है. तो उसे तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाकर सलाह लेनी की जरूरत है.

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गुदाद्वार में कैंसर होने के संभवत कारन क्या है?

गुदाद्वार में कैंसर होने के अनेक संभवत कारन जिन्हें हम निचे बिन्दुओ में बता रहे है. अगर कोई इन में से किसी भी कारन में आते है. तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है.

  • जिन लोगो की उम्र 50 साल से ज्यादा है. तो उन्हें गुदाद्वार में कैंसर होनी की संभावना बढ़ जाती है.
  • अगर कोई व्यक्ति सूरक्षित रूप से यौन संबंध नहीं बनाता है. तो गुदाद्वार में कैंसर होनी की संभावना बढ़ जाती है.
  • एक से अधिक लोगो के साथ यौन संबंध गुदाद्वार में कैंसर की संभावना को बढाता है.
  • अगर कोई अत्यधिक धुम्रपान करने है तो इस बीमारी के होने की संभावना भी बढ़ जाती है.
  • अगर किसी व्यक्ति को पहले भी किसी तरह का कैंसर हुआ है. तो संभवत गुदाद्वार में कैंसर हो सकता है.
  • HIV की बीमारी कही सारी बीमारी की जनक है. अगर कोई HIV से ग्रषित है. तो गुदाद्वार में कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है.

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गुदाद्वार में कैंसर होने से बचाव के उपाय क्या है?

किसी भी बीमारी से बचाव के लिए आपको अपने रहने और आदतों में सुधार की जरूरत होती है. अगर कोई ऊपर दिए गए गुदाद्वार में कैंसर के कारन में आता है. तो उन्हें जल्दी ही अपनी जीवनशैली में बदलाव करनी की जरूरत होती है.

निचे दिए गए निम्न उपाय के द्वारा अपने जीवनशैली में बदलाव करके कोई भी गुदाद्वार में कैंसर की बीमारी से बच सकता है.

  • धुम्रपान की आदत करोड़ो बीमारी का द्वार है. इसलिए जितना जल्दी हो सके इस गलत आदत को अपने जीवन से भगा दे. अगर आप धुम्रपान नहीं करते हो. तो इस आदत और ऐसी लत रखने वाले लोगो के दायरे में नहीं आए.
  • हमेशा सुरक्षित यौन संबंध स्थापित करे. तथा सिर्फ एक व्यक्ति से साथ ही यौन सम्बन्ध स्थापित करे.
  • HIV या एड्स की बीमारी के लिए सतर्क रहे. इसके लिए गार्डासिल (Gardasil) और सर्वरिक्स (Cervarix) के टिके लगाए.

गुदाद्वार में कैंसर होने पर कौंनसे परिक्षण और जाँच होती है?

गुदाद्वार में कैंसर की संभावना होने पर डॉक्टर निम्न प्रकार से किसी व्यक्ति की जाँच करता है.

डिजिटल रेक्टल एग्जाम (Digital rectal exam)

डिजिटल रेक्टल एग्जाम एक प्रकार की जाँच है. जो डॉक्टर गुदाद्वार में कैंसर होनी की संभावना होने पर करते है. इस प्रक्रिया में डॉक्टर अपने हाथ में दस्ताने पहनता है. और उस व्यक्ति के गुदाद्वार में जाँच करता है. और देखता है की कही पर कोई असामान्य मास तो बढ़ा हुआ नहीं है.

एनोस्कोप (Anoscope)

इस परिक्षण में डॉक्टर गुदाद्वार में एक नली की सहायता से गुदाद्वार वाले भाग पर कोई असामान्य मास या गाठ की जाँच करता है. डॉक्टर द्वारा उपयोग होने वाले इस नली को एनोस्कोप (Anoscope) कहा जाता है.

प्रयोगशाला में जाँच

प्रयोगशाला में गुदाद्वार के कैंसर जाँच के लिए डॉक्टर गुदाद्वार से कुछ मास का हिस्सा नमूने के रूप में लेता है. तथा इसे प्रयोगशाला में जाँच के लिए भेजता है. प्रयोगशाला में आधुनिक माइक्रोस्कोप का उपयोग करके इस नमूने का परिक्षण किया जाता है. और गुदाद्वार में कैंसर का पता लगाया जाता है.

ऊपर दिए गए जाँच और परीक्षणों से डॉक्टर गुदाद्वार में कैंसर का पता लगाता है. और इस बीमारी की पुष्टि कर सकता है. बहुत बार डॉक्टर को ऐसे मास या असामान्यता भी मिलती है. जो इस समय तो कैंसर का कारन नहीं है. लेकिन भविष्य में कैंसर का कारन बन सकते है. डॉक्टर इस संभावत बीमारी का भी इलाज शुरू कर सकते है.

गुदाद्वार में कैंसर के उपचार क्या है?

जब डॉक्टर एक बार परिक्षण करके इस निष्कर्ष पर पहुच जाता है. की उस व्यक्ति को गुदाद्वार में कैंसर की बीमारी है. तो डॉक्टर उस व्यक्ति का उपचार चालू करता है. उपचार के लिए डॉक्टर दवाइयों या सर्जरी का सहारा ले सकते है.

गुदाद्वार में कैंसर के निम्न उपचार है. जो इस प्रकार से है:

कीमोथेरेपी (Chemotherapy) और विकिरण प्रक्रिया (Radiation therapy) से उपचार

कीमोथेरेपी (Chemotherapy)

इसमें डॉक्टर मरीज़ को दवाई और टिके देता है. इससे कैंसर की कोशिकाए मर जाती है. लेकिन इस प्रकार के उपचार में अन्य परेशानिया जैसे बाल झड़ना, उल्टी इत्यादि होनी की संभावना होती है.

विकिरण के द्वारा (Radiation therapy)

इस उपचार में डॉक्टर एक्स-रे किरणों की मदद से असामान्य मास और कोशिकाओ को नष्ट कर देता है. इसमें उस भाग पर सुजन होने की संभावना होती है.

डॉक्टर इन दोनों उपचार को साथ में करता है. इसके लिए डॉक्टर शुरूआती 4 सप्ताह तक विकिरण के द्वारा (Radiation therapy) उपचार करता है. और बाद में कीमोथेरेपी (Chemotherapy) करता है.

डॉक्टर मरीज़ के स्वास्थ्य और उम्र के अनुसार इलाज की समय सीमा की लम्बाई का सही निर्णय लेता है.

गुदाद्वार में कैंसर की सर्जरी

अगर असामान्य कोशिका छोटी है. तो डॉक्टर उसे सर्जरी से काट देता है. डॉक्टर सर्जरी के दौरान ध्यान रखता है. की आसपास के भाग को कोई हानी नहीं पहुचे. और सामान्य मल त्यागने की प्रक्रिया में कोई परेशानी नहीं आए.

अगर गुदाद्वार में कैंसर ज्यादा है. तो ऐसे परिस्थिति में डॉक्टर मलाशय का एक हिस्सा निकाल देता है. और मलाशय के हिस्से को पेट से जोड़ देता है. जिससे मल त्यागने की प्रक्रिया में कोई परेशानी नहीं आती है.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (गुदाद्वार में कैंसर के लक्षण क्या है?) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको गुदाद्वार में कैंसर जैसी असामान्य बीमारी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देना है. जिससे आप भी इस बीमारी से संभवत बच सके. और अन्य लोगो को भी ये ज्ञान बाट कर सके. इस आर्टिकल में गुदाद्वार में कैंसर बीमारी के लक्षण और इलाज के साथ इसके कारण और बचाव को भी बताया गया है.

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