ई-सिगरेट क्या है? भारत में ई-सिगरेट पर पाबन्दी क्यों है!

भारत युवाओ का देश है. हमारे देश में युवा हमेशा तरक्की के लिए तत्पर रहते है. युवा देश के लिए कुछ करना चाहते है. और इसके लिए संभावना भी लगातार खोजते रहते है. देश के युवा देश की सेना में भर्ती होकर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए भी तत्पर रहते है. लेकिन कुछ ऐसे तत्व है. जो इनको इनके मार्ग से विचलित करते है. ऐसे ही एक तत्व के बारे में इस आर्टिकल [ई-सिगरेट क्या है? (what is e-cigarette in Hindi)]  में विस्तार से पढ़ेगे.

भारत में 20 करोड़ से भी ज्यादा युवा सिगरेट या फिर किसी अन्य व्यसन के आदी है. ये व्यसन उनके शरीर को धीरे-धीरे ख़राब करते है. और एक समय के बाद खतरनाक बीमारी जैसे कैंसर की ओर धकेल देते है. ये व्यसन इतने खतरनाक होते है. जो किसी भी जान भी ले सकते है. फिर भी लोग कुछ समय के आनंद के लिए ऐसे व्यसन का उपयोग करते है.

भारत में युवाओ की संख्या और सिगरेट पिने वालो की आदत को देखते हुए. बहुत सारी कंपनी ई-सिगरेट के अपने व्यवसाय की संभावना भारत में देखती है. और इसे सिगरेट को छोड़ने का माध्यम बता कर बेचना भी चाहती है. इस आर्टिकल में हम आपको ई-सिगरेट वास्तव में क्या है. और इसके खतरे और इस के सम्बन्धित भारत सरकार के फैसले के बारे में विस्तार से बताने वाले है.

ई-सिगरेट क्या है? (what is e-cigarette in Hindi)

ई-सिगरेट एक बैटरी से चलने वाला उपकरण है. जिससे अगर आप सिगरेट की तरह मुह पर लगा कर साँस लेते है. तो इसमें उपस्थित प्रदार्थ भाप बनकर वाष्पित होकर सिगरेट की धुए की तरह ही धुँआ निकालता है. ई-सिगरेट (E-cigarette) में सामान्य रूप से निकोटिन होता है. ई-सिगरेट के प्रदार्थ में से फलो की खुशबू आती है.

लेकिन इस प्रदार्थ में बड़ी मात्रा में निकोटिन हो सकता है. जो आपके शरीर के लिए घातक भी होता है. ई-सिगरेट विभिन्न (E-cigarette) आकार में उपलब्ध होता है. ई-सिगरेट पाइप, पेन ड्राइव, सिगरेट के आकार में उपलब्ध होती है.

ई-सिगरेट (E-cigarette) के उत्पादक इसे तम्बाकू के सेवन की लत का एक उपचार लोगो को समझाते है. ई-सिगरेट उत्पादक ये मानते है की इससे सिगरेट की आदत को आसानी से छोड़ा जा सकता है. लेकिन विभिन्न देशो की सरकारों ने इसे सेहत के लिए हानिकारक माना है. जिसका मुख्य कारन ई-सिगरेट में पाने जाने वाले निकोटिन और अन्य तत्व है.

United State (US) के कानून की तहत ई-सिगरेट (E-cigarette) को 21 साल के कम आयु के व्यक्ति को बेचना कानून अपराध है. अंत आप समझ सकते है ई-सिगरेट (E-cigarette) किस प्रकार से सेहत के लिए हानिकारक है.

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ई-सिगरेट में कोनसे प्रदार्थ होते है / ई-सिगरेट में क्या होता है?

ई-सिगरेट में विभिन्न तत्व होते है. जिसे बिन्दुओ में बताया गया है.

Mouthpiece

ये एक छोटा सा बेलननुमा भाग होता है. जो ई-सिगरेट के अंत में लगा होता है. इसके अन्दर सिगरेट की तरह की रुई से बना बेलननुमा आकार का रुई की वस्तु होती है. जिसे सिगरेट बट (cigarette butt) कहा जाता है.

Atomizer

Atomizer ई-सिगरेट में उपस्थित निकोटिन प्रदार्थ को गर्म करता है. जिससे प्रदार्थ वाष्प में परिवर्तित होता है.

Battery

बैटरी ई-सिगरेट को ऊर्जा देने का काम करता है.

Sensor

ये साँस लेने पर हीटर (heater) को चालू करता है.

तरल प्रदार्थ (E-liquid)

इस तरल प्रदार्थ को ई-लिक्विड (E-liquid) और ई-जूस (E-Juice) भी कहा जाता है. ये ई-सिगरेट की सबसे मुख्य वस्तु होती है. तथा इसमें बड़ी मात्रा में निकोटिन उपलब्ध होने के साथ propylene glycol होता है. इस प्रदार्थ में स्वाद के लिए विभिन्न फ्लेवर (Flavor) भी होते है.

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ई-सिगरेट कैसे कार्य करता है?

जब कोई व्यक्ति mouthpiece से साँस अन्दर की ओर लेता है. तो senson इस क्रिया को प्राप्त करता है. और हीटर को सक्रिय करता है. हीटर गर्मी उतर्जित करता है. जिससे ई-सिगरेट का प्रदार्थ गर्म होकर वाष्प में परिवर्तित होता है. ये वाष्प धुँआ बनता है. और वास्तविक सिगरेट के धुए की तरह ही पतित होता है.

ई-सिगरेट के खतरे

वैसे ई-सिगरेट (E-cigarette) के उत्पादक कंपनी इसको सिगरेट छोड़ने का साधन मानती है. लेकिन ई-सिगरेट में निकोटिन और अन्य खतरनाक तत्व होने के कारन ये सेहत के लिए खरतनाक भी है. फिर भी उत्पादकों के अनुसार ई-सिगरेट वास्तविक सिगरेट का विकल्प हो सकता है. और तम्बाकू वाले सिगरेट को छोड़ने का साधन हो सकता है. लेकिन जो व्यक्ति सिगरेट की आदत से दूर है. उन्हें ई-सिगरेट से दूर रहना ही अच्छा है.

ई-सिगरेट से निम्न लोगो को दूर रहना चाहिए. ये उनके सेहत के लिए घातक हो सकती है.

  • गर्भवती स्त्री
  • बच्चे और जवान व्यक्ति
  • वो व्यक्ति जो सिगरेट के आदी नहीं है.

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हमारे देश में ई-सिगरेट की कीमत कितनी है?

भारत में कही राज्यों ने अपने अधिकारों का उपयोग करके ई-सिगरेट पर अपने राज्य में पाबन्द लगा दिया है. इसमें पंजाब, महाराष्ट, केरला, कर्नाटक, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, बिहार और तमिलनाडु अग्रणीय है.

इसके साथ ही सन 2019 में भारत सरकार ने ई-सिगरेट (E-cigarette) को देश में बनाना, बेचना, रखना, उपयोग करना कानून जुर्म है.

निष्कर्ष

कोई भी व्यसन हमेशा शरीर और स्वास्थ के लिए खतरनाक होता है. तथा अपने आदतों को अच्छा बनाते हुए. हमे समय रहते गलत आदतों को छोड़ देना चाहिए. गलत आदते आपके जीवन को ख़राब कर देती है. और आप को बीमारी का घर बना देती है. कही बार युवा गलत संगत के कारन भी व्यसन का शिकार हो जाता है. लेकिन किसी भी व्यसन को छोड़ना संभव है. इसके लिए आपको ठोस निश्चय की जरूरत होती है.

इस आर्टिकल [ई-सिगरेट क्या है? (what is e-cigarette in Hindi)] को लिखने हमारा उद्देश्य आपको ई-सिगरेट (E-cigarette) के बारे में विस्तार से जानकारी देना है. और इसके खतरों के बारे में अवगत कराना है. हम इस आर्टिकल के जरिये भारत सरकार के निर्णय की भी सराहना करते है. जो भारत के युवाओ को ध्यान में रख कर ऐसी कंपनी को रोकती है. जो चंद पैसो के लिए भारत के युवाओ के भविष्य के साथ खेलना चाहती है.

भारत में ई-सिगरेट बेचना, बनाना, खरीदना, रखना और उपयोग करना कानून जुर्म में गिना जाता है. अंत आपको इससे दूर रहनी की सलाह दी जाती है. ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है. जो आपको ई-सिगरेट के खतरे के बारे में बताता है.

ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ये हमको तभी पता चलेगा जब निचे कमेंट करके हमे बताएगे. इसको अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा Share करे. जिससे इस जानकारी का सम्पूर्ण उपयोग हो सके. आपको ई-सिगरेट (E-cigarette) के बारे और क्या जानकारी चाहिए. निचे कमेंट करके जरुर बताए.

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