जीएसटी कब लागु किया गया था और उसकी तारीख क्या हैं

GST kab lagu hua tha date| जीएसटी क्या है | जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं – सन 2014 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने थे. इसके पश्चात नरेंद्र मोदी ने भारत को आर्थिक रूप से गति देने के लिए अनेक कार्य किए. जिसमें पूरे भारत में जीएसटी कर प्रणाली लागु करना एक महत्वपूर्ण कार्य है. इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि जीएसटी क्या है. तथा जीएसटी कर कब लागू किया गया. था इसके साथ ही हम यह भी जानेंगे कि जीएसटी कितने प्रकार का होता है तथा इसके क्या लाभ और हानि है.

gst-kab-lagu-hua-tha-date-gst-kya-hain-kitne-prakar-ke-hain-1

जीएसटी (GST) कब लागु किया गया था | GST kab lagu hua tha date

जीएसटी एक अप्रत्यक्ष कर है. जो वस्तु और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाता है. वस्तु और सेवा कर अधिनियम संसद में 21 मार्च 2017 को पारित किया गया था. तथा हमारे देश में जीएसटी (GST) 01 जुलाई 2017 को लागू किया गया. जीएसटी ने भारत में चल रहे सभीत अप्रत्यक्ष करो को बदल दिया है. तथा यह एक ऐसा कर हैं जो वस्तु या सेवा के मुनाफे के बदले उसकी लागत पर लगाया जाता है.

विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहा हैं – सम्पूर्ण जानकारी

जीएसटी (GST) क्या है?

जीएसटी एक ऐसा अप्रत्यक्ष कर हैं. जो व्यापक, गंतव्य आधारित और बहुस्तरीय है. जीएसटी (GST) कर वस्तु और सेवा के मूल्यों पर लगाया जाता है. जीएसटी को समझने के लिए हमें जीएसटी से जुड़े कुछ शब्दों को समझना जरुरी है. यह शब्द निम्नलिखित है:

गंतव्य आधारित कर

गंतव्य आधारित कर का मतलब वस्तु या सेवाओ पर निर्माण, उत्पादन, और आपूर्ति के बजाए उपभोग के समय कर एकत्रित करने से है.

आल इंडिया रेडियो की स्थापना कब हुई थी – विविध भारती की शुरुआत

बहुस्तरीयकर

भारत में जीएसटी सप्लाई चैन के विभिन्न चरणों में लगाया जाता है. जिसमें कच्चे माल की खरीदारी से लेकर थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता और अंतिम उपभोगता तक की बिक्री शामिल है. इस प्रकार से यह प्रणाली बहुस्तरीय हैं.

मूल्यवर्धन

मूल्यवर्धन कर से तात्पर्य अंतिम बिक्री को पूरा होने तक प्रत्येक चरण में वस्तु और सेवा में जीएसटी को प्रत्येक मूल्य में जोड़ने से है.

पुराणों की संख्या कितनी हैं | पुराण क्या हैं

जीएसटी (GST) कितने प्रकार के होते हैं | जीएसटी कर कितने प्रकार का होता है

भारत में संघीय व्यवस्था देश है. तथा इसी संघीय ढांचे के अनुसार हमारे देश में केंद्र और राज्य सरकार को कर लगाने की शक्ति प्राप्त है. और इसी के चलते भारत में केंद्र और राज्य सरकार दोनों सरकारे जीएसटी (GST) लगाती और प्राप्त करती है.

इसलिए भारत में जीएसटी मुख्यरूप से दो प्रकार हैं.

  • केंद्रीय जीएसटी (CGST)
  • राज्य जीएसटी (SGST)

पारस पत्थर क्या हैं | पारस पत्थर की पहचान क्या है

केंद्रीय जीएसटी (CGST)

केंद्रीय जीएसटी वह के हैं जो केंद्र सरकार वस्तु और सेवाओ की आपूर्ति पर लगाती हैं.

राज्य जीएसटी (SGST)

राज्य जीएसटी कर राज्य सरकार वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाती है.

जीएसटी (GST) को विस्तृत रूप से कितने भागों में विभाजित किया गया है?

विस्तृत रूप से जीएसटी (GST) को चार भागों में विभाजित किया गया है. यह चार भाग निम्न अनुसार है:

आईजीएसटी (IGST)

आईजीएसटी (IGST) वह जीएसटी कर हैं जो केंद्र सरकार दो राज्यों के बीच में वस्तुओं और सेवाओ की आपूर्ति पर लगाती हैं. यह कर केंद्र सरकार के पास जाता है.

सीजीएसटी (CGST)

सीजीएसटी (CGST) का पूरा नाम सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स हैं. जो केंद्र सरकार राज्य के अंदर वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के लिए लगाती हैं. यह कर भी केंद्र सरकार प्राप्त करती हैं.

हनुमान चालीसा का पाठ करने के नियम और विधि

एसजीएसटी (SGST)

एसजीएसटी (SGST) का पूरा नाम स्टेट गुड्स एंड सर्विस टैक्स है. यह राज्यों की राज्य सरकारे राज्य के अंदर वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाती है. यह कर राज्य सरकारें खुद एकत्रित करती है.

यूटीजीएसटी (UTSGST)

यूटीजीएसटी का पूरा नाम यूनियन टेरिटरी गुड्स एंड सर्विस टैक्स है. यह जीएसटी कर है जो केंद्र शासित प्रदेश के अंदर वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर केंद्र शासित सरकार लगाती हैं. तथा यह कर केंद्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा प्राप्त किया जाता है.

gst-kab-lagu-hua-tha-date-gst-kya-hain-kitne-prakar-ke-hain-2

जीएसटी (GST) के लाभ और हानि

जीएसटी के लाभ और हानि निम्न अनुसार हैं.

जीएसटी (GST) के लाभ

जीएसटी के लाभ निम्न अनुसार हैं:

  • जीएसटी अप्रत्यक्ष करो कि एक विस्तृत सूची को हटाकर एक नई कराधान प्रणाली का निर्माण करता हैं. जिसके तहत सभी अप्रत्यक्ष करो को मिलाकर एक जीएसटी लगाया जाता है. जिससे कराधान में सुधार हुआ हैं.
  • पूरे देश में एक प्रकार की कर नीति अपनाई जाने के कारन भारतीय माल और वस्तुओं की वैश्विक स्तर के साथ ही स्थानीय बाजारों में भी प्रतियोगिता मूल्य बनाने में मदद मिली है.
  • जीएसटी कराधान बिना रसीद के वस्तु और सेवाओ की बिक्री को नियंत्रित करता है. जिससे भ्रष्टाचार में कमी आ रही हैं.
  • जीएसटी लागु होने पर कर की चोरी की संभावना बहुत कम हो गई हैं.

जीएसटी (GST) की हानिया

जीएसटी के लाभ के साथ कुछ हानिया भी हुई हैं. जो निम्न अनुसार हैं:

  • GST कर संचालन करने के लिए व्यापारियों को GST सॉफ्टवेर का उपयोग करना पड़ रहा हैं. जिससे व्यापारियों की लागत बढ़ गई हैं.
  • GST ने देश भर के व्यापारियों के कर संचालन की प्रक्रिया को जटिल कर दिया है.
  • GST से बिमा प्रीमियम अधिक हो गया हैं.
  • पेट्रोल को GST के अंतर्गत नहीं लाया गया हैं. जो वस्तु के एकीकरण की निति के विरुद्ध हैं.

महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु कौन थे | गाँधीजी के राजनैतिक गुरु कौन थे

निष्कर्ष

इस आर्टिकल ( GST kab lagu hua tha date| जीएसटी क्या है | जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको जीएसटी (GST) कर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देना हैं. वस्तु और सेवा कर अधिनियम संसद में 21 मार्च 2017 को पारित किया गया था. तथा हमारे देश में जीएसटी (GST) 01 जुलाई 2017 को लागू किया गया. भारत में संघीय व्यवस्था देश है. तथा इसी संघीय ढांचे के अनुसार हमारे देश में केंद्र और राज्य सरकार को कर लगाने की शक्ति प्राप्त है. और इसी के चलते भारत में केंद्र और राज्य सरकार दोनों सरकारे जीएसटी (GST) लगाती और प्राप्त करती है.

नेपाल भारत से कब अलग हुआ | नेपाल का इतिहास

अमेरिका में भारतीय जनसंख्या कितनी है – सम्पूर्ण जानकारी

Roposo app kaha ka hai | Ropose app क्यों सुरक्षित हैं

आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हैं. यह हमे तभी पता चलेगा जब आप हमे निचे कमेंट करके बताएगे. यह आर्टिकल विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए इस आर्टिकल को उन लोगो और दोस्तों तक पहुचाए जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि ज्ञान बाटने से हमेशा बढ़ता हैं. धन्यवाद.

1 thought on “जीएसटी कब लागु किया गया था और उसकी तारीख क्या हैं”

Leave a Comment

x