क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं? – क्रिया विशेषण के कितने प्रकार होते हैं? (kriya visheshan ke kitne bhed hote hain – kriya visheshan ke bhed) – हिंदी व्याकरण हिंदी भाषा का महत्वपूर्ण अंग हैं. हिंदी व्याकरण में हिंदी भाषा को शुध्द रूप से लिखने और बोलने के लिए नियम दिए गए हैं. क्रिया शब्द वाक्य में कार्य के होने का बोध कराते हैं. हिंदी व्याकरण में एक अन्य पाठ क्रिया विशेषण होता हैं. क्रिया विशेषण शब्द वाक्य में क्रिया के समक्ष होता हैं. और क्रिया की विशेषता का बोध कराता हैं.
इस आर्टिकल में हम क्रिया विशेषण और क्रिया के प्रकार या भेद के बारे में विस्तार से अध्धयन करने वाले हैं. हिंदी व्याकरण की दृष्टी से क्रिया विशेषण शब्दों की वाक्य में उपस्थिति महत्वपूर्ण हैं. और क्रिया विशेषण की जानकारी होना भी हिंदी भाषा के विधार्थी के लिए आवश्यक हैं.
क्रिया विशेषण किसे कहते हैं? (kriya visheshan kise kahate hain)
वाक्य में वह शब्द जो वाक्य में उपस्थित क्रिया की विशेषता बताते हैं. उन शब्दों को क्रिया विशेषण कहा जाता हैं.
क्रिया विशेषण शब्द के उदाहरण: तेज, धीमे, निचे, ऊपर, इत्यादि.
क्रिया विशेषण के वाक्य
- घोडा तेज गति से दौड़ता हैं.
- रमेश धीरे चलता हैं.
ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में दौड़ना और चलना क्रिया हैं. तथा तेज और धीरे वह शब्द हैं जो क्रिया के बारे में जानकारी दे रहे हैं . यह शब्द क्रिया की विशेषताओ को प्रकट कर रहे हैं. अंत यह शब्द क्रिया विशेषण शब्द हैं.
क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं? / क्रिया विशेषण के कितने प्रकार होते हैं? (kriya visheshan ke kitne bhed hote hain – kriya visheshan ke bhed)
क्रिया विशेषण को तीन आधार पर विभाजित किया गया हैं. यह निम्न-अनुसार हैं:
- प्रयोग के आधार पर
- रूप के आधार पर
- अर्थ के आधार पर
प्रयोग के आधार पर क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं?
प्रयोग के आधार पर क्रिया विशेषण को तीन भागों में बाटा गया हैं:
- साधारण क्रिया विशेषण
- संयोजक क्रिया विशेषण
- अनुबंध्द क्रिया विशेषण
साधारण क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
वाक्य में स्वतन्त्र रूप से प्रयोग होने वाले क्रिया विशेषण शब्दों को साधारण क्रिया विशेषण कहा जाता हैं.
साधारण क्रिया विशेषण शब्द के उदाहरण: अरे, हाय, ओं इत्यादि.
साधारण क्रिया विशेषण का वाक्य में प्रयोग:
- अरे! अब तुम कहा जा रहे हो?
- हाय! अब कैसे होगा?
ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में अरे और हाय शब्द वाक्य में स्वंतत्र रुप से प्रयोग किये गए हैं. अंत यह साधारण क्रिया विशेषण शब्द कहलाते हैं.
विशेषण के कितने भेद होते हैं – विशेषण कितने प्रकार के होते हैं
संयोजक क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
जिन क्रिया विशेषण का उपयोग वाक्य में किसी अन्य उपवाक्य के सम्बन्ध में होता हैं. ऐसे क्रिया विशेषण को संयोजक क्रिया विशेषण कहा जाता हैं.
संयोजक क्रिया विशेषण शब्दों के वाक्य:
- जब तुम छोटे थे, तब यहा पर पेड़ हुआ करता था.
- जब तुम्हारे पापा जवान थे, तब 5 लीटर दूध पीते थे.
ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में जब शब्द उपवाक्यो के समक्ष वाक्य में उपस्थित हैं. अंत ‘जब’ शब्द यहा पर क्रिया विशेषण का कार्य करता हैं.
अनुबंध्द क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
अनुबंध्द क्रिया विशेषण शब्द वह शब्द होते हैं. जिनका उपयोग वाक्य में निश्चित घटना होने का बोध कराते हैं.
अनुबंध्द क्रिया विशेषण के वाक्य
- तुम्हारी आने भर की देरी हैं.
- नेताजी के आते ही कार्यकम चालू कर देंगे.
इन दोनों वाक्यों में भर की और आते ही शब्द घटना के होने की निश्चितता का प्रमाण दे रहे हैं. अंत यह शब्द अनुबंध्द क्रिया विशेषण शब्द कहलाते हैं.
रूप के आधार पर क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं?
रूप के आधार पर क्रिया विशेषण शब्द तीन प्रकार के होते हैं:
- मूल क्रिया विशेषण
- यौगिक क्रिया विशेषण
- स्थानीय क्रिया विशेषण
मूल क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
मूल क्रिया विशेषण वह शब्द होते हैं. जिनको अगर तोड़ा जाता हैं. तो टूटे हुए शब्दों का कोई सार्थक अर्थ नहीं निकलता हैं.
मूल क्रिया विशेषण के शब्द: ठीक, ऊपर, निचे, फिर, नहीं इत्यादि.
मूल क्रिया विशेषण शब्द का वाक्य में प्रयोग:
- गाड़ी ठीक गति से चल रही हैं.
इस वाक्य में ठीक शब्द क्रिया की विशेषता बता रहा हैं. और अगर ठीक शब्द को तोड़ते हैं. तो वर्ण ठी और क बनते हैं. जिनका कोई सार्थक अर्थ नहीं होता हैं. अंत यह क्रिया विशेषण शब्द मूल क्रिया विशेषण शब्द हैं.
Shabd ke kitne bhed hote hain – सम्पूर्ण जानकारी उदाहरण सहित
यौगिक क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
वाक्य में प्रयोग होने वाले वह क्रिया विशेषण शब्द जो किसी शब्द के प्रत्यय या पद लगा कर बने होते हैं. उन्हें यौगिक क्रिया विशेषण कहा जाता हैं.
यौगिक क्रिया विशेषण शब्द के उदाहरण: रातभर, प्रेमपूर्वक, चुपके, दुसरे, जागते इत्यादि.
यौगिक क्रिया विशेषण शब्द का वाक्य में प्रयोग:
- आज रातभर सोना हैं.
- दोनों प्रेमपूर्वक बात करने लगे.
यहा रातभर और प्रेमपूर्वक शब्द क्रिया विशेषण का कार्य करते हैं. तथा अगर दोनों वाक्यों को तोड़ा जाता हैं. तो उसका सार्थक अर्थ भी निकलता हैं.
स्थानीय क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
वाक्य में ऐसे शब्द जो बिना अपने रूप में बदलाव किये वाक्य में किसी विशेष स्थान पर आते हैं. उन्हें स्थानीय क्रिया विशेषण कहते हैं.
स्थानीय क्रिया विशेषण शब्द का वाक्य में प्रयोग:
- यह सारा माल अपने सिर पड़ने वाला हैं.
- तुम दौडकर चलते हो.
ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में सिर और दौड़कर शब्द का वाक्य में विशेष स्थान रखते हैं. और क्रिया विशेषण का कार्य करते हैं. अंत यह दोनों शब्द स्थानीय क्रिया विशेषण कहलाते हैं.
अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं?
अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण को चार भागों में बाटा गया हैं. यह चार प्रकार निम्न-अनुसार हैं:
- स्थानवाचक क्रिया विशेषण
- कालवाचक क्रिया विशेषण
- परिणामवाचक किया विशेषण
- रीतिवाचक क्रिया विशेषण
वर्ण के कितने भेद होते हैं – वर्ण के कितने प्रकार होते हैं
स्थानवाचक क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
वाक्य में उपस्थित ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जो वाक्य में क्रिया के होने के या घटित होने के स्थान का बोध कराते हैं. उन शब्दों को स्थानवाचक क्रिया विशेषण कहा जाता हैं.
स्थानवाचक क्रिया विशेषण शब्द के उदाहरण: ऊपर, निचे, दूर, पास, भीतर, बाहर, आमने, सामने इत्यादि.
स्थानवाचक क्रिया विशेषण के शब्दों का वाक्य में प्रयोग:
- रमेश दूर भाग रहा हैं.
- मोहिनी पास में नाच रही हैं.
- बच्चा भीतर खेल रहा हैं.
ऊपर दिए गए तीनों वाक्यों में दूर, पास और भीतर शब्द वाक्य में क्रिया के होने के स्थान का बोध करा रहे हैं. अंत यह शब्द स्थानवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं.
कालवाचक क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
वाक्य में जिन क्रिया विशेषण शब्दों से क्रिया के होने के समय का बोध होता हैं. उन शब्दों को कालवाचक क्रिया विशेषण कहा जाता हैं.
कालवाचक क्रिया विशेषण शब्द के उदाहरण: आज, कल, प्रतिदिन, लगातार, बार-बार, तब, अब, जब, तभी इत्यादि.
कालवाचक क्रिया विशेषण के शब्दों का वाक्य में प्रयोग:
- कार्यक्रम का आयोजन आज हो रहा हैं.
- बारिश लगातार हो रही हैं.
- रमेश अब कहा जा रहा हैं?
ऊपर दिए गए तीनों वाक्यों में आज, लगातार और अब शब्द वाक्य में क्रिया के घटित होने के काल का बोध करा रहे हैं. अंत यह शब्द कालवाचक क्रिया विशेषण शब्द कहलाते हैं.
परिणामवाचक क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
वाक्य में उपस्थित ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जिससे क्रिया की मात्रा, पैमाना, परिमाण या संख्या का बोध होता हैं. उन शब्दों को परिणामवाचक शब्द कहा जाता हैं.
परिणामवाचक क्रिया विशेषण शब्द के उदाहरण: ज्यादा, थोड़ा, पर्याप्त, अधिक, सम्पूर्ण इत्यादि.
Kriya ke kitne bhed hote hain – क्रिया की परिभाषा
परिणामवाचक क्रिया विशेषण के शब्दों का वाक्य में प्रयोग:
इस आर्टिकल हम आपको सम्पूर्ण जानकारी से रहे हैं.
- शादी में खाना अधिक खा लिया हैं.
- रमेश को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए.
ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में अधिक और पर्याप्त शब्द वाक्य में क्रिया की मात्रा का बोध करा रहे हैं. अंत यह शब्द परिणामवाचक क्रिया विशेषण शब्द कहलाते हैं.
रीतिवाचक क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
जब वाक्य में क्रिया विशेषण शब्दों से क्रिया की रीति या तरीके का बोध होता हैं. उन शब्दों को रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहा जाता हैं.
रीतिवाचक क्रिया विशेषण शब्द के उदाहरण: ध्यानपूर्वक, तेज, धीरे-धीरे, अवश्य, कदाचित, फटाफट इत्यादि.
रीतिवाचक क्रिया विशेषण के शब्दों का वाक्य में प्रयोग:
- रमेश फटाफट चलता हैं.
- सुशीला ध्यानपूर्वक कार्य करती हैं.
ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में फटाफट और ध्यानपूर्वक शब्द वाक्य में क्रिया के तरीके या रीति का बोध करा रहे हैं. अंत यह शब्द रीतिवाचक क्रिया विशेषण शब्द कहलाते हैं.
निष्कर्ष
इस आर्टिकल (क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं? – क्रिया विशेषण के कितने प्रकार होते हैं? (kriya visheshan ke kitne bhed hote hain – kriya visheshan ke bhed)) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको क्रिया विशेषण और क्रिया विशेषण के भेद या प्रकार के बारे में सरल भाषा में समझाना हैं. विभिन्न परीक्षाओ की दृष्टि से भी यह ज्ञान अति-आवश्यक हैं. क्रिया विशेषण शब्द वाक्य में क्रिया की विशेषता को प्रकट करते हैं.
आपको ये आर्टिकल कैसा लगा. ये हमे तभी पता चलेगा जब आप हमें निचे कमेंट करके बताएगे. इस ज्ञान को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक फैलाए. ज्यादा से ज्यादा लोगो तक क्रिया विशेषण और क्रिया विशेषण के प्रकार या भेद के सम्बन्धित ज्ञान को पहुचाए. धन्यवाद.