कात्यायनी मंत्र जप संख्या – माँ कात्यायनी मन्त्र – पूजा करने की विधि

कात्यायनी मंत्र जप संख्या – माँ कात्यायनी मन्त्र – माँ कात्यायनी की पूजा करने की विधि – माँ दुर्गा की की छठी विभूति माँ कात्यायनी हैं. नवरात्रि के छठे दिन माँ कात्यायनी की आराधना का दिन होता हैं. माँ का व्रत रखने और विधि विधान से पूजा करने पर कुंवारी स्त्री को मनपसंद पति मिलता हैं. जिन युवक युवती के प्रेम विवाह में कोई अड़चन आ रही हो. ऐसी कुंवारी युवतियों को माँ कात्यायनी का व्रत रखने मात्र से कल्याण हो जाता हैं.

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माँ कात्यायनी का रूप कैसा होता हैं?

माँ कत्यायनी का रूप का वर्णन इस प्रकार से हैं. माँ शेर पर विराजमान होती हैं. और माँ के चार भुजाए हैं. माँ के एक हाथ में कमल का फूल होता हैं. वही दुसरे हाथ में तलवार होती हैं. माँ के तीसरे हाथ में अभय मुद्रा होती हैं. वही माँ अपने चौथे हाथ में वरद मुद्रा लिए विराजमान होती हैं. इसप्रकार माँ कात्यायनी का स्वरुप होता हैं.

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माँ कात्यायनी की पूजा करने की विधि

माँ कात्यायनी की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठे और ब्रह्म मुहर्त में स्नान कर ले. इसके पश्चात् निचे दीए गए बिंदु अनुसार पूजा समपन्न करे.

  • पूजा के समय पीले वस्त्र को धारण करे.
  • पीले पुष्प और पीले पुष्प की मालाए माँ को चढ़ाए.
  • माँ के समक्ष एक शुध्द देशी घी का दिया जलाए.
  • प्रसाद के रूप में माँ को शहद मिटटी के बर्तन में भोग के रूप में चढाए.
  • प्रेम संबंध में रुकावट की बाधा के लिए माँ को 3 साबुत हल्दी की गाठे चढाए.
  • इसके पश्चात् शांत अवस्था में बैठ कर निचे दी गए मन्त्र का उच्चारण करे.

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माँ कात्यायनी मन्त्र:

मंत्र – ‘ॐ ह्रीं नम:।।’

चन्द्रहासोज्जवलकराशाईलवरवाहना।

कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।

मंत्र – ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥

कात्यायनी मंत्र जप संख्या

माँ कात्यायनी मन्त्र का कम से कम 51 बार जाप करना अनिवार्य हैं. आप चाहे तो इससे अधिक बार भी इस मन्त्र का जाप कर सकते हैं. और ज्यादा से ज्यादा आप माँ कात्यायनी मन्त्र का 1,25,000 बार जाप कर सकते हैं.

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मन्त्र के जाप के लिए लाल चन्दन की माला का प्रयोग करे. जिससे माँ कात्यायनी आपकी पूजा से पसन्न होगी और आपका की हर मनोकामना पूर्ण करेगी.

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कात्यायनी मन्त्र के लाभ क्या हैं?

कात्यायनी मन्त्र के जाप मात्र से विवाह के सम्बन्धित समस्याए दूर हो जाती हैं. अगर किसी के कुंडली में मांगलिक दोष हैं. और शादी नहीं हो पा रही हैं. ऐसी स्थिति में कात्यायनी मन्त्र से फ़ायदा होता हैं. ऐसे प्रेम सम्बन्ध जहा पर घरवालों की रजामंदी नहीं मिल पा रही हो. और प्रेम सम्बन्ध में शादी नहीं हो पा रही हो. ऐसी युवती को माँ कात्यायनी मन्त्र जरुर जाप करना चाहिए.

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शादी के बाद भी एक अच्छी घर गृहस्थी के लिए माँ कात्यायनी मन्त्र का जाप जरुर करे. इस मन्त्र को पुरे विश्वास के साथ करने से वंशवृध्दि होती हैं. इसलिए पुरे मन से इस जाप का उच्चारण करे और पूजा करे. माँ कात्यायनी आपकी प्रत्येक मनोकामना पूर्ण करती हैं.

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