महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु कौन थे | गाँधीजी के राजनैतिक गुरु कौन थे

महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु कौन थे | गाँधीजी के राजनैतिक गुरु कौन थे |mahatma gandhi ke rajnitik guru kaun the | gandhiji ke rajnitik guru kaun the | गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म – गोपाल कृष्ण गोखले का जीवन परिचय – गाँधीजी भारत के राष्ट्रपिता हैं. उन्होंने आजादी की लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी. गाँधीजी ने सम्पूर्ण भारत के विभिन्न धर्मो और जातियों को एक जगह पर खड़ा कर दिया था. जिसके फलस्वरूप अंग्रेजो को विवश होकर भारत को आजाद करना पड़ा. लेकिन आपको पता हैं की गाँधीजी के भी कोई राजनैतिक गुरु थे. तो इस आर्टिकल में हम जानेगे की महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु कौन थे.

mahatma-gandhi-gandhiji-ke-rajnitik-guru-kaun-the-gopal-krushn-gokhale-1

महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु कौन थे | गाँधीजी के राजनैतिक गुरु कौन थे |mahatma gandhi ke rajnitik guru kaun the | gandhiji ke rajnitik guru kaun the

महात्मा गाँधी ने अपनी आत्मकथा में गोपाल कृष्ण गोखले को अपना राजनैतिक गुरु माना हैं. गोखले जी ना सिर्फ गाँधीजी के राजनैतिक गुरु नहीं थे. अपितु पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के भी राजनैतिक गुरु थे. वह गांधीजी से ढाई साल बड़े थे.

जनसंचार किसे कहते हैं – जनसंचार के माध्यमों के प्रकार

गोपाल कृष्ण गोखले कौन थे?

गोपाल कृष्ण गोखले भारतीय स्वंत्रता के नायक, समाजसेवी, विचारक और समाज सुधारक थे. गोपाल कृष्ण गोखले को भारत का ‘ग्लेडस्टोन’ भी कहा जाता हैं. क्योंकि इनको वित्तीय मामलो की अद्भुत समझ थी. और वित्तीय मामलों की बहस पर अधिकारिक क्षमता रखते थे. गोपाल कृष्ण गोखले के गुरु महादेव गोविन्द रानाडे थे. उनका मानना था की भारत के युवाओ को वैज्ञानिक और तकनिकी शिक्षा होना अनिवार्य हैं.

राज्यपाल को शपथ कौन दिलाता हैं – राज्यपाल पद की जानकारी

गोपाल कृष्ण गोखले भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के नरमपंथी विचारधारा के सदस्य थे. उन्होंने राष्ट्र के प्रति युवाओ के बिच चेतना और चरित्र निर्माण के लिए सन 1905 में पुणे शहर में सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसायटी का गठन किया. ताकि नौजवानों को सार्वजानिक जीवन के प्रशिक्षित किया जा सके. इस सोसायटी के सदस्य आजीवन देश की सेवा करना का वचन लेते थे. सोसायटी युवाओ के परिवार का भरण पोषण की जिम्मेदारी लेती हैं. तथा इसके लिए उस समय सोसायटी सौ रूपये सदस्यों के परिवार को देती थी.

गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म – गोपाल कृष्ण गोखले का जीवन परिचय

गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के कोटलुक गाँव में 9 मई, 1866 को हुआ था. इसका जन्म एक समान्य परिवार में हुआ था. तथा इनके पिता का नाम कृष्णराव था. बचपन में ही गोखले जी के पिता का आकस्मिक निधन हो गया था. इसलिए कम उम्र में ही गोखले जी कर्मठ बन गए थे.

mahatma-gandhi-gandhiji-ke-rajnitik-guru-kaun-the-gopal-krushn-gokhale-2

राष्ट्र के प्रति कुछ करने की भावना उनके अन्दर सदैव बहती रहती थी. अपनी शिक्षा समाप्त करने के बाद गोखरे जी ‘न्यू इंग्लिश स्कूल’ में पढ़ाने लग गए थे. जहा इनकी मुलाकात बाल गंगाधर तिलक से हुई थी. गोखरे जी ने 1890 में कांग्रेस की सदस्यता ली और अफ्रीका गए. जहा पर गांधीजी पहले ही अपने मुद्दों के साथ संघर्ष कर रहे थे. उन्होंने गांधीजी के साथ भारत के आजादी का गहन चिंतन किया.

राष्ट्रपति की नियुक्ति कौन करता हैं | राष्ट्रपति का निर्वाचन प्रक्रिया

गाँधी के भारत लौटने पर गोखले जी ने युवाओ के बिच देश के प्रति चेतना जगाने और चरित्र निर्माण के लिए सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसायटी का गठन किया. इस सोसायटी में गोखले जी खुद कड़ी परीक्षा लेकर युवाओ को सोसायटी में भर्ती देते थे. गोखले जी 1905 में अंग्रेजी सरकार के सामने भारत की आजादी का मुद्दा रखने के लिए इंग्लैंड गए. जहा उन्होंने लाला लाजपतराय के साथ भारत की आजादी का मुद्दा बहुत प्रभावी ढंग के रखा था.

गोपाल कृष्ण गोखले की मृत्यु कब हुई?

19 फ़रवरी 1915 को गोपाल कृष्ण गोखले जी सदैव के लिए हमे छोड़ के चले गए थे. उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजी से मुक्ति प्राप्त करने के लिए कहा था की “धिक्कार हैं, इतना तो कोई पशु भी सहन नहीं करता हैं. जितना हम भारतीय कर रहे हैं.”

Arthshastra ke lekhak kaun the – अर्थशास्त्र के लेखक

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु कौन थे | गाँधीजी के राजनैतिक गुरु कौन थे |mahatma gandhi ke rajnitik guru kaun the | gandhiji ke rajnitik guru kaun the ) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको गोपाल कृष्ण गोखले के जीवन के बारे में विस्तार से बताना हैं. गोखले जी महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु थे. गोपाल कृष्ण गोखले भारतीय स्वंत्रता के नायक, समाजसेवी, विचारक और समाज सुधारक थे. गोपाल कृष्ण गोखले को भारत का ‘ग्लेडस्टोन’ भी कहा जाता हैं. वह सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसायटी  के सस्थापक थे.

Karo ya maro ka nara kisne diya tha | करो या मरो

Gandhi ji ka janm kab hua tha aur kahan hua tha

महाभारत किसने लिखा था – महाभारत के लेखक और रचियता

आपको यह आर्टिकल (| गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म – गोपाल कृष्ण गोखले का जीवन परिचय) कैसा लगा हैं. यह हमे तभी पता चलेगा जब आप हमे निचे कमेंट करके बताएगे. यह आर्टिकल विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए इस आर्टिकल को उन लोगो और दोस्तों तक पहुचाए जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि ज्ञान बाटने से हमेशा बढ़ता हैं. धन्यवाद.

2 thoughts on “महात्मा गाँधी के राजनैतिक गुरु कौन थे | गाँधीजी के राजनैतिक गुरु कौन थे”

Leave a Comment

x