नमक का दान कब करना चाहिए / दान कितने प्रकार के होते है

नमक का दान कब करना चाहिए / दान कितने प्रकार के होते है – हमारे प्राचीन शास्त्रों में यह बताया गया हैं. की हमें हमारी कमाई का कुछ हिस्सा जरूरतमंद लोगो को दान करना चाहिए. यह बात हम हमारे बुजुर्गो से भी काफी बार सुन सुके है. की दान करना अच्छी बात हैं.

ऐसा माना जाता है की किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अपनी कमाई का कुछ हिस्सा दान करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं. तथा हमें पूण्य की प्राप्ति हैं. आज के समय में पूण्य हर कोई प्राप्त करना चाहता हैं. और पूण्य प्राप्ति का सिर्फ एक ही रास्ता हैं. वह है दान करना. वैसे तो लोग विभिन्न प्रकार की वस्तु दान आदि करते हैं.

Namak-ka-dan-kab-krna-chahie-kitne-prakar-vidhi (1)

लेकिन आज हम नमक दान करने के बारे में बताने वाले हैं.  अगर आप यह महत्वपूर्ण जानकारी पाना चाहते हैं. तो हमारा  यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की नमक का दान कब करना चाहिए तथा दान कितने प्रकार के होते है. इसके अलावा इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

नमक का दान कब करना चाहिए

नमक का दान करना अतिशुभ माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की नमक का दान करने से हमारा जीवन सुखमय बनता हैं. नमक का दान शुक्रवार के दिन करना अतिशुभ माना जाता हैं.

शुक्रवार के दिन नमक का दान करने से पूण्य की प्राप्ति होती हैं. ऐसा माना जाता है की शुक्रवार के दिन सफ़ेद वस्तु का दान करना चाहिए. इसलिए आप शुक्रवार के दिन नमक का दान कर सकते हैं.

हनुमान जी केसिंदूर के टोटके कैसे करे – जाने सम्पूर्ण जानकारी 

दान करने की विधि

वैसे तो काफी लोग दान आदि करते हैं. लेकिन उन्हें दान करने की विधि के बारे में नहीं पता होता हैं. दान करने से पहले भी कुछ विधि और नियम का पालन करना पड़ता हैं. दान करने की विधि तथा कुछ नियम हमने नीचे बताए हैं. जिसे आपको ध्यान में रखना चाहिए.

  • ऐसा माना जाता है की अपनी कमाई का कुछ फीसदी जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए.
  • दान करने पूण्य की प्राप्ति होती हैं. इसलिए हर एक मनुष्य को अपनी इच्छा अनुसार थोडा बहुत दान करना चाहिए.
  • जो व्यक्ति अपने परिवार वालो, पत्नी, बच्चो आदि को दुखी करके दान करता हैं. वह दान स्वीकार्य नहीं होता हैं. ऐसा दान इस जन्म तथा अगले जन्म में पीड़ादायक होता हैं.
  • स्वयं जाकर दिया हुआ दान उत्तम तथा घर पर बुलाकर दिया हुआ दान मध्यम फलदायी माना जाता हैं. इसलिए हो सके तो दान हमेशा सामने से जाकर ही करना चाहिए.
  • तिल, चावल तथा जल आदि का दान हाथो में लेकर करना चाहिए.
  • अगर आप दान दे रहे है तो पूर्वाभिमुख होकर दान दे तथा दान लेने वाला उत्तराभिमुख होकर दान ग्रहण करे. ऐसा करने से दान देने वाले की आयु बढती हैं. तथा दान लेने वाले की आयु कम नहीं होती हैं.

Namak-ka-dan-kab-krna-chahie-kitne-prakar-vidhi (3)

चावल का दानकरना चाहिए या नहीं / किस वस्तु का दान महत्वपूर्ण है

दान कितने प्रकार के होते है

दान चार प्रकार के होते हैं. राजस दान, सात्विक दान, तामस दान तथा हरी और हरिजन दान

मदद और दान में क्या अंतर है

मदद उसे कहते है जब व्यक्ति आपसे मांगे और आप देते हैं.  और दान उसे कहते है जब हम अपनी मर्जी से किसी को देते हैं.

सुबह पूजाकरने के फायदे और क्रम / पूजा के बाद क्या करना चाहिए

किस वस्तु का दान महत्वपूर्ण है

दान आप किसी भी वस्तु का कर सकते हैं. चावल, नमक, दूध, फल, फ्रूट आदि का दान कर सकते हैं. यह सभी वस्तु का दान करने से घर में सुख-शांति होती हैं. सोमवार के दिन कच्चा दूध तथा चावल आदि का दान करना भगवान शिव प्रसन्न होती हैं.

सबसे बड़ा दान क्या है / सर्वश्रेष्ठ दान क्या है

सबसे बड़ा दान कन्यादान माना जाता हैं.

Namak-ka-dan-kab-krna-chahie-kitne-prakar-vidhi (2)

गाय कोकेला खिलाने के फायदे / गाय को पालक, गुडहल्दीचुना खिलाने के फायदे

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की नमक का दान कब करना चाहिए तथा दान कितने प्रकार के होते है. इसके अलावा इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है तो आगे जरुर शेयर करे.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह नमक का दान कब करना चाहिए / दान कितने प्रकार के होते है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

दाई करवटसोने के फायदे और नुकसान | खाना खाने के बाद किस साइड से सोना चाहिए

सिर पर तिल होने का मतलब | हाथ, नाक, कमर, गलेपर तिल का मतलब

पुरुष की दाई और बाएं (right/lieft) जांघ पर तिल होने का संकेत जाने

Leave a Comment

x