फ्रांसीसी समाज में महिलाओं का जीवन कैसा था उत्तर दीजिए

फ्रांसीसी समाज में महिलाओं का जीवन कैसा था उत्तर दीजिए – महिलाए किसी भी समाज और राष्ट्र के निर्माण के लिए रीढ़ की हड्डी होती है. अगर किसी समाज में महिलाओ को उचित अधिकार और समानता नहीं दीया जाता है. तो उस समाज का सफल होना नामुनकिन है. क्योंकि महिलाए समाज के अगली पीढ़ी का निर्माण करती है. अगर महिलाओ को अपने हक़ और अधिकार से वंचित रखा जाता है तो समाज में पुरुषो का भी सम्मान धीरे-धीरे ख़त्म हो जाता है.

इस आर्टिकल में हम जानेगे की फ्रांसीसी समाज में महिलाओ की स्थिति कैसी थी. प्राचीन फ्रांस में महिलाओ का जीवन स्तर कैसा था. और उन्हें जीने के लिए क्या क्या यतन करना पड़ता था. इसके साथ ही इस आर्टिकल में हम महिलाओ के द्वारा किये गए आन्दोलन और समाज में बदलाव का भी अध्ययन करेगे.

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फ्रांसीसी समाज में महिलाओं का जीवन कैसा था उत्तर दीजिए

फ्रांसीसी क्रांति के समय फ्रांसीसी महिलाओ की स्थिति समाज में दयनीय थी. और महिलाओ को सरकार बनाने में कोई हक़ नहीं दिया जाता था. और महिलाओ को पुरुष के समान वेतन भी नहीं मिलता था. फ्रांसीसी समाज में महिलाओ की स्थिति को हम निचे विस्तार में समझेगे:

अधिकार और सम्मान से वंचित

फ्रांसीसी समाज में महिलाओ की स्थिति अच्छी नहीं थी. पुरुषो और महिलाओ के बिच भेदभाव किया जाता था. महिलाओ को प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषो के द्वारा पीछे धकेला जाता था. प्रत्येक क्षेत्र में पुरुष ही आगे रहते थे. और समाज में महिलाओ को उचित इज्जत और सम्मान नहीं दिया जाता था. जिसके चलते फ्रांसीसी क्रांति के पहले से ही महिलाए समाज में अपने अधिकारों के लिए गतिशील हो गई थी. इस प्रकार अनेक जागरूक महिलाओ ने समाज में महिलाओ के अधिकारों की रक्षा के लिए सक्रीय रूप से आन्दोलन किया था.

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जीवन यापन के लिए कार्य

फ्रांसीसी समाज में महिलाए जीवन के निर्वाह के लिए कार्य करती थी. यह महिलाए सिलाई, बुनाई, घरो में साफ सफाई और फल सब्जी बेचना इत्यादि कार्य करती थी. कुछ महिलाए जीवन यापन के लिए संपन्न घरो में भी कार्य करती थी. और कुछ महिलाए फ्रांसीसी समाज में वैश्यावती के भी कार्य करती थी.

महिलाओ और पुरुषो के बिच भेदभाव

फ्रांसीसी समाज में महिलाओ और पुरुषो के बिच भेदभाव होता था. यहाँ तक की पुरुषो के समान कार्य करने पर भी महिलाओ को समान तन्खाह नहीं दी जाती थी. महिलाओ की तन्खाह पुरुषो से कम होती थी. इसके साथ ही महिलाओ को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका नहीं दिया जाता था. फ्रांसीसी समाज में सिर्फ कुलीन परिवार की लडकिया और महिलाए ही उच्च शिक्षा प्राप्त करती थी.

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अकसर सामान्य घर की महिलाए छोटे-मोटे कार्य करके अपना जीवन व्यतीत करती थी. और यह उनकी मज़बूरी भी होती थी क्योंकि शिक्षा का स्तर इतना अच्छा नहीं था. की महिलाए उच्च शिक्षा प्राप्त करके अच्छी नौकरी करे और अपने जीवन के स्तर को बढ़ाए.

निष्क्रिय नागरिक का दर्जा

फ्रांसीसी समाज पुरुष प्रधान था. और खुद सरकार भी महिलाओ को प्रशासन में हिस्सा नहीं देना चाहती थी. इसलिए सन 1791 में संविधान ने फ्रांसीसी महिलाओ को निष्क्रिय नागरिक का दर्जा दे दिया था. अब महिलाओ को वोट तक देने का अधिकार नहीं था. सरकार ने महिलाओ से वोट देने का भी अधिकार छिन लिया था.

जबरदस्ती शादी करवाना

प्राचीन फ्रांसीसी समाज में महिलाओ की स्थिति का इस बात से भी पता लगाया जा सकता है की महिलाओ के हितो के लड़ने वाली क्रन्तिकारी महिलाओ के आन्दोलन के बाद में सरकार ने एक ऐसा कानून बनाया जिससे महिलाओ की जबरदस्ती शादी को रोका जा सकता था. इससे पहले महिलाओ को अपने इच्छा अनुसार शादी करने का भी कोई हक़ नहीं था.

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पुरुष प्रधान फ्रासीसी समाज में महिलाओ को अपनी इच्छा अनुसार वर चुनने का अधिकार नहीं था. महिलाए परिवार और पुरुष प्रधान समाज के दबाव में आकर शादी करती थी. और पूरी जिन्दगी मानसिक और शारीरिक दबाव में ही गुजारती थी.

महिलाओ के हक़ लिए आन्दोलन

फ्रासीसी क्रांति के शुरुआत से पहले ही महिलाओ ने शोषण के खिलाफ़ और हक़ के लिए आवाज उठाना शुरू कर दिया था. अनेक क्रन्तिकारी महिलाओ ने पुरे देश में आन्दोलन किए और सरकार में अपने हक़ की एक लम्बी लड़ाई लडी. महिलाओ ने वोट का अधिकार और समान वेतन की मांग सरकार के समक्ष की.

उसके पश्चात जब फ्रांस में नई क्रन्तिकारी सरकार बनी तो सरकार ने महिलाओ के जीवन को ऊचा उठाने के महिलाओ के हित में अनेक कानूनों का निर्माण किया. सन 1946 में फ्रांस में महिलाओ को समान वेतन और वोट का अधिकार देने के लिए कानून बनाया गया. इसके साथ ही महिलाओ के साथ दुव्यवहार और जबरदस्ती शादी को रोकने के लिए भी कानून बनाए गए.

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नई क्रन्तिकारी सरकार की नीतियों का फ्रासीसी महिलाओ ने स्वागत किया. इस तरह धीरे-धीरे फ्रांस में महिलाओ की स्थित में बदलाव शुरू हुआ और महिलाओ की स्थिति में सुधार शुरू हुआ.

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (फ्रांसीसी समाज में महिलाओं का जीवन कैसा था उत्तर दीजिए ) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको फ्रांसीसी समाज में महिलाओ की स्थिति को बताना है. फ्रांसीसी क्रांति के समय फ्रांसीसी महिलाओ की स्थिति समाज में दयनीय थी. और महिलाओ को सरकार बनाने में कोई हक़ नहीं दिया जाता था. और महिलाओ को पुरुष के समान वेतन भी नहीं मिलता था. उसके पश्चात् क्रन्तिकारी सरकार और महिलाओ के आन्दोलन के बाद धीरे धीरे महिलाओ के जीवन में सुधार होता गया.

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