प्रोटीन कितने प्रकार के होते है | प्रोटीन के पांच सबसे बड़े स्त्रोत

प्रोटीन कितने प्रकार के होते है | protein kitne prakar ke hote hain | प्रोटीन की कमी से कौनसे रोग हो सकते है –  हमारे शरीर के विकास और सुचारू रूप से कार्य करने के लिए हमे अनेक तत्वों की जरूरत होती है. जिसमे कार्बोहाईड्रेटस, विटामिन, प्रोटीन, वसा, कैलोरी इत्यादि है. अगर हमारे शरीर में इन में से किसी वस्तु की कमी हो जाती है. तो हमारा शरीर बिमारी से ग्रसित हो जाता है. प्रोटीन हमारे शरीर के लिए इस प्रकार का ही आवश्यक पदार्थ है. लेकिन आपको पता है प्रोटीन कितने प्रकार के होते है तो इस आर्टिकल में हम जानेगे की प्रोटीन कितने प्रकार के होते है. और प्रोटीन से भरपूर पांच  खाध्य पदार्थ कौनसे है.

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प्रोटीन क्या है?

प्रोटीन शब्द का सबसे पहले जे. बर्जेलियस ने लिया था. प्रोटीन हमारे भोजन का मुख्य स्त्रोत है. प्रोटीन अमीनो एसिड से बना होता है. जो हमारे शरीर की मसल्स को बनाने में सहायक है. इसलिए जो लोग पहलवान की तरह बॉडी बनाना चाहते है. उनके लिए रोज प्रोटीन की खुराक लेने की सलाह ही जाती है.

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हमे प्रोटीन विभिन्न खाध्य स्त्रोतों से प्राप्त होता है. जिसमे मांस, मछली, दूध, अंडे, दाले, अनाज इत्यदि मुख्य है. प्रोटीन एक जटिल कार्बनिक पदार्थ है. यह कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन से मिलकर बना होता है. कुछ प्रोटीन में गंधक, ताम्बा, और जस्ता जैसी धातुए भी होती है. प्रोटीन हमारे शरीर के जीवद्रव्य का प्रमुख स्त्रोत है तथा जैविक विकास और क्रियाओ के लिए अति आवश्यक तत्व है.

प्रोटीन कितने प्रकार के होते है | protein kitne prakar ke hote hain

प्रोटीन को इसके रासायनिक गठन के आधार पर बाटा गया है. प्रोटीन को रासायनिक गठन के अनुसार तिन प्रकारों में बाटा गया है. यह तिन प्रकार निम्नलिखित है:

  1. सरल प्रोटीन
  2. संयुक्त प्रोटीन
  3. व्युत्पन्ना प्रोटीन

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सरल प्रोटिन

सरल प्रोटीन का रासायनिक गठन बिल्कुल सरल होता है. तथा यह सिर्फ अमीनो अम्ल से बनता है. हमारे शरीर को इस प्रकार का प्रोटीन डेरी उत्पाद जैसे दूध, पनीर, दही इत्यादि से प्राप्त होता है.

संयुक्त प्रोटीन

संयुक्त प्रोटीन में अमीनो अम्ल के साथ अन्य पदार्थो के अणु भी शामिल होते है. इस प्रकार के प्रोटीन पौधों, मटर की फलिया इत्यादि से प्राप्त होते है.

व्युत्पन्ना प्रोटीन

व्युत्पन्ना प्रोटीन का निर्माण सरल और संयुक्त प्रोटीन के विघटन से होता है.  इस प्रकार का प्रोटीन अमीनो अम्ल के पॉलीमराईजेशन से बनता है. इस पदार्थ में 10,000 अणु होते है.

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प्रोटीन के पांच सबसे बड़े स्त्रोत कौनसे है

जैसा की हमे पता ही प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है. हमारे शरीर की मसल्स को बढ़ाने में  प्रोटीन की बहुत बड़ी भूमिका होती है. इसलिए प्रोटीन का सेवन करना हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिए जरुरी है. इसलिए हम निचे प्रोटीन के पांच मुख्य स्त्रोत बता रहे है:

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कद्दू के बीज

आपको यह जानकर ताज्जुब होगा की कद्दू के बीज प्रोटीन का मुख्य स्त्रोत है. प्रत्येक 25 ग्राम कद्दू के बीज में 5 ग्राम प्रोटीन होता है. कद्दू के बीज को खाने में उपयोग किया जा सकता है. इसके साथ ही कद्दू के बीज में जस्ता, मैग्नीशियम, आयरन इत्यादि भी होते है.

झींगा

अगर आप मासाहारी है तो झींगा खा कर अपनी बॉडी बना सकते है. झींगा में बड़ी मात्रा में प्रोटीन होता है प्रत्येक 100 ग्राम झींगा में 20 ग्राम प्रोटीन होता है. मासाहारी खाने में अंडे की तुलना में झींगा में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है.

मुगफली

अगर आप शाकाहारी है और पहलवानों की तरह बॉडी बनाना चाहते है. तो मूंगफली आपके के लिए प्रोटीन का मुख्य स्त्रोत होना चाहिए. मुगफली में वसा के साथ प्रोटीन भी होता है. प्रत्येक 28 ग्राम मुगफली में 7 ग्राम प्रोटीन होता है. इसके अलावा इसमें फाइबर और मैग्नीशियम भी प्रचुर मात्रा में होता है.

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टोफू

अकसर शाकाहारी लोगो को प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन आपको पता है की टोफू में अंडे से भी अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है. टोफू पनीर की तरह ही दिखता है. तथा इसको खाने में पनीर के स्थान पर इस्तेमाल किया जा सकता है.

प्रोटीन की कमी से कौनसे रोग हो सकते है

आप जो कुछ भी खाते है उसमे कुछ मात्रा में प्रोटीन होता है. यह प्रोटीन आपके शरीर की प्रोटीन की मात्रा को पूरा करती है. अगर किसी दिन आपने जरूरत से अधिक मात्रा में प्रोटीन ले लिया. तो अतिरिक्त प्रोटीन की मात्रा आपका शरीर ग्लूकोज में बदल देता है. जो मूत्र के साथ बहार निकल जाता है. लेकिन अगर प्रोटीन की मात्रा आपके शरीर में कम हो जाए तो आपको निम्न बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है:

  • प्रोटीन की कमी से छोटे बच्चो का विकास रुक जाता है.
  • प्रोटीन की कमी से व्यस्क आदमी को हमेशा थकावट महसूस होती है. प्रोटीन की कमी आपको ना सिर्फ शारीरिक रूप से थकावट देती है बल्कि आपको मानसिक थकावट भी देती है.
  • प्रोटीन की कमी से आपके शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता कम हो जाती है. अर्थात छोटी छोटी बिमारिया भी आपको ज्यादा परेशान करती है.
  • हमारे शरीर में बाल और नाख़ून पूर्ण रूप से प्रोटीन से बने होते है. इसलिए अगर आपके सिर में से बाल कम हो रहे तो इसका मुख्य कारन आपके शरीर में प्रोटीन की कमी है.
  • आपके शरीर के मसल्स बनने में प्रोटीन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. इसलिए अगर आपकी शरीर में प्रोटीन की कमी है तो आपके शरीर के घाव भरने में ज्यादा समय लगता है.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (प्रोटीन कितने प्रकार के होते है | protein kitne prakar ke hote hain | प्रोटीन की कमी से कौनसे रोग हो सकते है ) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको प्रोटीन और प्रोटीन के प्रकार के बारे में विस्तार से जानकारी देना है. प्रोटीन को इसके रासायनिक गठन के अनुसार तिन प्रकारों में बाटा गया है. यह तिन प्रकार सरल प्रोटिन, संयुक्त प्रोटीन, और व्युत्पन्ना प्रोटीन है. प्रोटीन की कमी से हमारे शरीर में घातक बीमारी होने का खतरा रहता है. इसलिए हमे भोजन में प्रोटीन की सही मात्रा लेना अनिवार्य है.

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आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हैं. यह हमे तभी पता चलेगा जब आप हमे निचे कमेंट करके बताएगे. यह आर्टिकल विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए इस आर्टिकल को उन लोगो और दोस्तों तक पहुचाए जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि ज्ञान बाटने से हमेशा बढ़ता हैं. धन्यवाद.

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