सबसे खराब नक्षत्र कौन सा है – नक्षत्र कितने होते हैं – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 27 नक्षत्र बताए गए हैं. और सभी नक्षत्र का प्रभाव अलग-अलग होता हैं. जिस जातक का जन्म जिस नक्षत्र में होता हैं. उस प्रकार से उसका स्वभाव और भविष्य भी होता हैं.
अगर सबसे अच्छे नक्षत्र में जातक का जन्म होता हैं. तो उसका स्वभाव और भविष्य भी अच्छा होता हैं. और अगर किसी जातक का जन्म सबसे खराब नक्षत्र में होता हैं. तो ऐसे जातक का भविष्य भी खराब होता हैं. अगर किसी जातक का जन्म मध्यम नक्षत्र में होता हैं. तो ऐसे जातक का भविष्य भी मध्यम माना जाता हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की सबसे खराब नक्षत्र कौन सा है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
सबसे खराब नक्षत्र कौन सा है
वैसे तो ज्योतिष शास्त्र में कुल 27 नक्षत्र बताए गए हैं. जिसमें से चार नक्षत्र को सबसे खराब नक्षत्र माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की खराब नक्षत्र में जन्मे जातक का भविष्य और स्वभाव ठीकठाक होता हैं. उनके भविष्य में कुछ खास नहीं होता हैं. इसके अलावा खराब नक्षत्र में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. अगर आप खराब नक्षत्र में कोई भी शुभ कार्य करते हैं. तो आपको बहुत बड़ा नुकसान होने की संभावना बनती हैं.
सबसे खराब चार नक्षर के नाम हमने नीचे बताए हैं.
- आश्लेषा
- मघा
- कृतिका
- भरणी
अगर कोई जातक इन नक्षत्र में जन्मा हैं. तो इसके शांति के उपाय आप ज्योतिष से पूछकर कर सकते हैं. अगर शुभ कार्य के दौरान ज्योतिष इन चारो नक्षत्र का जिक्र करते हैं. तो आपको इस नक्षत्र में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.
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सबसे शुभ नक्षत्र
जिस प्रकार सबसे खराब नक्षत्र होते हैं. उस नक्षत्र में हम कोई भी शुभ कार्य नहीं कर सकते हैं. तथा इस नक्षत्र में जन्मे जातक का भविष्य भी कुछ ठीकठाक ही होता हैं. उसी प्रकार से कुछ नक्षत्र बहुत ही शुभ नक्षत्र भी होते हैं. जिसे सबसे अच्छा नक्षत्र हम मान सकते हैं. अगर शुभ नक्षत्र में किसी जातक का जन्म होता हैं.
तो ऐसे जातक का भविष्य भी बहुत ही शुभ तथा अच्छा माना जाता हैं. इसके अलावा शुभ नक्षत्र में आप कोई भी शुभ कार्य भी कर सकते हैं. अगर आप सबसे शुभ नक्षत्र में कोई भी कार्य करते हैं. तो आपका कार्य सफल और सिद्ध होता हैं.
ज्योतिष शास्त्र में 15 नक्षत्र को सबसे शुभ नक्षत्र माना गया हैं. जिनके नाम हमने नीचे बताए हैं.
- उत्तराषाढा
- रोहिणी
- स्वाति
- अनुराधा
- मृगशिरा
- अश्विन
- घनिष्ठा
- उत्तरा फाल्गुनी
- पुनर्वसु
- उत्तराभाद्रपद
- चित्रा
- हस्त
- रेवती
- पुष्य
- श्रवण
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नक्षत्र कितने होते हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 27 नक्षत्र होते हैं. इन 27 नक्षत्र के नाम हमने नीचे बताए हैं.
- रोहिणी नक्षत्र
- रेवती नक्षत्र
- अश्विन नक्षत्र
- कृत्तिका नक्षत्र
- भरणी नक्षत्र
- उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र
- पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र
- हस्त नक्षत्र
- पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र
- आश्लेषा नक्षत्र
- पुष्य नक्षत्र
- मघा नक्षत्र
- शतभिषा नक्षत्र
- श्रवण नक्षत्र
- उत्तराषाढ़ा नक्षत्र
- उत्तराभाद्रपद नक्षत्र
- अनुराधा नक्षत्र
- विशाखा नक्षत्र
- ज्येष्ठा नक्षत्र
- मूल नक्षत्र
- चित्रा नक्षत्र
- स्वाति नक्षत्र
- आर्द्रा नक्षत्र
- पुनर्वसु नक्षत्र
- मृगशिरा नक्षत्र
- घनिष्ठा नक्षत्र
- पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र
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एक नक्षत्र कितने दिन रहता है
कोई भी नक्षत्र 27 दिन तक रहता हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की सबसे खराब नक्षत्र कौन सा है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह सबसे खराब नक्षत्र कौन सा है – नक्षत्र कितने होते हैं आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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