सरकारी जमीन पर कब्जा करने की धारा – धारा 91 क्या है

सरकारी जमीन पर कब्जा करने की धारा – धारा 91 क्या है – आज के समय में कोई एक व्यक्ति किसी दुसरे व्यक्ति की जमीन पर कब्ज़ा कर लेता हैं. और स्वयं मालिक बनकर बैठ जाता हैं. लेकिन कुछ लोग तो ऐसे होते है की किसी व्यक्ति की जमीन पर कब्ज़ा नहीं करके सरकारी जमीन पर ही कब्ज़ा लर लेते हैं. अर्थात सरकारी जमीन के ही मालिक बनकर बैठ जाते हैं.

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ऐसी स्थिति में सरकार कब्ज़ा करने वाली व्यक्ति के खिलाफ धारा 91 का केस दर्ज करती हैं. अगर आप भी इस टॉपिक से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी चाहते हैं. तो हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सरकारी जमीन पर कब्जा करने की धारा के बारे में बताने वाले हैं. तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

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सरकारी जमीन पर कब्जा करने की धारा

जब कोई व्यक्ति सरकारी जमीन पर कब्जा कर लेता हैं. तो ऐसी स्थिति में सरकार उस व्यक्ति के खिलाफ धारा 91 का केस दर्ज करती हैं. इसके बाद सरकार के द्वारा कब्ज़ा करने वाले व्यक्ति पर जुर्माना और जेल की सजा भी सुनाई जाती हैं. कुछ लोग और किसान तो स्वयं जमीन पर कब्ज़ा करके स्वयं धारा 91 का केस दर्ज करवाते हैं. और खुद जुर्माना भी भरते हैं.

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अगर उन्हें जेल की सजा दी जाती है तो वह भुगतते हैं. और कोर्ट की कार्यवाही का सामना भी करते हैं. ऐसा करने के पीछे यह वजह है. की जब भी जमीन का सरकार के द्वारा आवंटन हो तो वह जमीन उन्हें मिल सके.

धारा 91 क्या है

जब कोई व्यक्ति सरकारी जमीन पर सरकार के आदेश के बीना कब्ज़ा कर लेता हैं. तो ऐसी स्थिति में सरकार के द्वारा सरकारी जमीन पर कब्ज़ा करने वाले व्यक्ति पर धारा 91 के तहत केस दर्ज किया जाता हैं. जिसमें कब्ज़ा करने वाले व्यक्ति को लगान का 50 गुना जुर्माना भरना पड़ता हैं. तथा 3 महीने की सजा भी सुनवाई जाती हैं.

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धारा 91 कैसे बनाया जाता हैं

सबसे पहले जिला के सरकारी दफ्तर में सरकारी जमीन पर कब्जा करने की शिकायत मिलती हैं. इसके बाद पटवारी के द्वारा धारा 91 का केस दर्ज किया जाता हैं. अब जमीन के मामले में इसकी सुनवाई तहसीलदार या फिर नायब तहसीलदार के द्वारा की जाती हैं. जब कब्ज़ा सिद्ध हो जाता है. तो कब्ज़ा करने वाले व्यक्ति पर बेदखली की जाती हैं. इसके पश्चात लगान से 50 गुना अधिक जुर्माना और 3 महीने की सजा सुनवाई जाती हैं.

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धारा 91 के कुछ हकीकत केस जो आपको जानने चाहिए

केस-1: यह एक व्यक्ति की सच्ची कहानी है. जिसके पास पांच बीघा जमीन थी. और उसने दो बीघा और सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर लिया. और स्वयं खुद पर केस दर्ज किया. जिसके तहत उस व्यक्ति ने जुर्माना भी भरा. ऐसा करने के पीछे वजह यह थी की जब भी उस जमीन का आवंटन होगा. तो उस व्यक्ति को यह जमीन मिल जाएगी.

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केस-2: एक व्यक्ति के पास स्वयं की पांच बीघा जमीन थी. उसने पांच बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया. और खुद अपने खिलाफ धारा 91 का केस दर्ज करवाके जुर्माना भी भरा. तथा जो भी सजा थी वह भी उसने भुगती. ऐसा करने के पीछे यह कारण था की जब भी सरकारी जमीन का आवंटन होगा. तो यह जमीन उसको ही मिलेगी.

तो इस तरीके से भी सरकारी जमीन पर कब्ज़ा करके धारा 91 का केस दर्ज करके लोग खेल खेलते हैं. हम आशा करते है की हमारा यह आर्टिकल आपके लिए रोचक और दिलचस्प रहा होगा. तथा कुछ जानने भी मिला होगा.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सरकारी जमीन पर कब्जा करने की धारा 91 के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान की हैं. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह सरकारी जमीन पर कब्जा करने की धारा / धारा 91 क्या है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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