शौच करते समय मुख किस दिशा में होना चाहिए | शौचालय के लिए वास्तु टिप्स

शौच करते समय मुख किस दिशा में होना चाहिए | शौचालय के लिए वास्तु टिप्स –  दोस्तों आप के घर का शौचालय भले ही कितना भी खुबसुरत और सुंदर हो लेकिन शौचालय का निर्माण अगर सही तरीके से और सही दिशा में नहीं किया है तो आपको नकारात्मक उर्जा का सामना करना पड सकता है जो आपके घर की खुशहाली को प्रभावित कर सकता हैं. तथा बच्चो का करियर और पारिवारिक रिश्तें भी ख़राब हो सकते हैं.

दोस्तों आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको वास्तु के अनुसार आपको किस दिशा में शौच बनाना चाहिए. उस बारे में चर्चा करेंगे.

shauch-krte-samay-mukh-kis-disha-me-hona-chahie (3)

शौच करते समय मुख किस दिशा में होना चाहिए

उत्तर दिशा

घर की उत्तर दिशा में बना हुआ शौचालय रोजगार संबंधी समस्या का निर्माण कर सकता हैं. इस दिशा में बने शौचालय वाले घरो में लोगो को रोजगारी जल्दी प्राप्त नही होती. ऐसे घरो में धन की कमी रहती है तथा रोजगारी के अवसर बहुत कम मिल पाते हैं. और वह अपने जीवन में आगे नही बढ़ पाते हैं.

रत्नों के नाम और फोटो की जानकारी  | रत्नों के नाम इन हिंदी में जाने

उत्तर-पूर्व दिशा

यह दिशा ईश की मानी जाती है इस दिशा में शौचालय होने से मानसिक और शारीरिक समस्या उत्पन्न होती हैं. जिस घर में उत्तर-पूर्व दिशा में शौचालय बना हुआ है उस घर के परिवार के सदस्यों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती हैं. इस दिशा में बने शौचालय के कारण घर के सदस्य मौसमी बीमारी का शिकार बनते है और बार बार बीमार होते रहते हैं. और दवाओं के सेवन करने के बाद भी उन्हें ठीक होने में समय लगता हैं.

पूर्व दिशा

पूर्व दिशा सूर्य से संबंधित हैं. अगर पूर्व दिशा में स्नानघर बनाया जाता है तो वह काफी लाभदायी है लेकिन शौचालय इस दिशा में होना अच्छी बात नहीं हैं. यह दिशा सामाजिक संबंधो की दिशा है अत: इस दिशा में शौचालय होना सामाजिक रिश्तों को ख़राब कर सकता हैं.

केसर कितने प्रकार की होती है | केसर के फायदे, उपयोग

दक्षिण पूर्व दिशा

इस दिशा में शौचालय जीवन में मुश्किलें बढाता हैं. तथा मांगलिक कार्य में बाधा हो सकती है और धन के आगमन में रूकावट हो सकती हैं. पूर्व-दक्षिण-पूर्व में बना हुआ शौचालय अच्छा माना जाता हैं. इस दिशा में शौचालय होने पर परिवार के सदस्यों की चिंता कम होने में मदद मिलती हैं.

shauch-krte-samay-mukh-kis-disha-me-hona-chahie (2)

दक्षिण दिशा

इस दिशा में अगर शौचालय बना हुआ है तो यह परिवारों के सदस्यों को तनाव में वृद्धी कर सकता हैं. जिस घर में इस दिशा में शौचालय बना हुआ होता है इन घर के लोगो को मान सम्मान और प्रसिद्धी नही मिलती हैं.

आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर लाइसेंस कैसे प्राप्त करे | आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर कैसे खोले

दक्षिण पश्चिम

इस दिशा में शौचालय होने पर घर के लोगो में आपसी तालमेल अच्छा रहता है और पारिवारिक रिश्तें अच्छे बने रहते हैं.

पश्चिम दिशा

पश्चिम दिशा में शौचालय होने पर आपके विकास में बाधा आ सकती हैं. ऐसे घर में रहने वाले लोग कितना भी मेहनत करले इच्छित परिणाम प्राप्त नही कर सकते हैं. इस दिशा में शौचालय होने पर धन से जुडी समस्याओं का सामना करना पड सकता हैं.

उत्तर पश्चिम

इस दिशा में शौचालय होने पर घर के सदस्यों में आने वाली बेकार की संवेदना को बहार निकालनें में सहायता करती हैं. अगर शौचालय का निर्माण करना हो तो उत्तर दिशा में वायव्य कोण के पास में कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखे आग्नेय, ईशान, पूर्व और भवन के बिच कभी भी शौचालय का निर्माण नही करना चाहिए.

दक्षिणावर्ती शंख की असली पहचान क्या है | दक्षिणावर्ती शंख के फायदे और प्रकार

वास्तुशास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा और वायव्य कोण में शौचालय बनाना अच्छा माना जाता हैं. घर के मध्य में कभी भी शौचालय नही बनाना चाहिए. क्योंकि घर का मध्य भाग ब्रह्म स्थल माना जाता हैं. इस जगह पर वास्तु पुरुष की नाभि होती हैं. इसलिए इस जगह पर शौचालय बनाया जाता है. तो स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है और आपके जीवन में संघर्ष की शक्ति को समाप्त कर देता हैं.

shauch-krte-samay-mukh-kis-disha-me-hona-chahie (1)

शौचालय के लिए वास्तु टिप्स

अगर किसी कारण शौचालय का निर्माण गलत हुआ है तो निम्नलिखित उपाय करके घर में आने वाली नकारात्मक उर्जा को रोका जा सकता हैं.

  • अगर पूर्व और दक्षिण दिशा के मध्य स्थान पर शौचालय की खिड़की खुलती हो तो तिन क्रिस्टल के बोल को लाल रिबिन से बांधकर खिड़की में लटका दे जब सूर्य का प्रकाश क्रिस्टल बोल से टकराकर शौचालय में पड़ेगा तो नकारात्मक उर्जा जल जाएगी.
  • शौचालय की दुर्गंध घर में बिलकुल भी नही फैले इसका ध्यान रखे तथा सुगंधित चीजों छिडकाव करे.
  • शौचालय में किसी सूखे स्थान पर एक काच की कटोरी में नमक को रख ले अब सप्ताह में एकबार उस नमक को शौचालय में डाल दे और धो ले और फिर से नमक भर के रख ले यह क्रिया हर सप्ताह करे.

यही सभी टिप्स का उपयोग करने से नकारात्मक उर्जा से छुटकारा मिलता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होते हैं.

Dhani app me kyc kaise kare in hindi | dhani app kya hai

Shree ram raksha stotra in hindi mein lyrics PDF Download free

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल (शौच करते समय मुख किस दिशा में होना चाहिए | शौचालय के लिए वास्तु टिप्स) के माध्यम से आपको शौचालय किस दिशा में होने पर क्या असर पड़ता हैं इस बारे में बताया. शौचालय बनाने के लिए सबसे अच्छी दक्षिण दिशा मानी जाती हैं. घर के मध्य में कभी भी शौचालय का निर्माण नही करवाना चाहिए. अगर आपका शौचालय किसी गलत दिशा में बना हुआ है तो हमने इस आर्टिकल में कुछ टिप्स बताए है उह उपाय आप जरुर करे आपको जरुर लाभ होगा.

इजराइल में मुस्लिम आबादी कितनी हैं | यहूदी और मुस्लिम में समानता

आयुष्मान कार्ड में कौन कौन सी बीमारी आती हैं PDF download – सम्पूर्ण जानकारी

दोस्तों आशा करते है आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

2 thoughts on “शौच करते समय मुख किस दिशा में होना चाहिए | शौचालय के लिए वास्तु टिप्स”

Leave a Comment

x