शिव चालीस पढ़ने और पाठ करने के नियम और पूरी विधि

अगर आप शिव चालीसा को पढ़ते या पाठ करते है. तो आपको शिव चालीसा को पढ़ने की पूरी विधि और नियम पता होना अनिवार्य है. अन्यथा आप सिर्फ अपना समय बर्बाद ही कर रहे है. इसलिए इस आर्टिकल ( शिव चालीस पढ़ने और पाठ करने के नियम और पूरी विधि ) में हम आपको शिव चालीसा पढ़ने और पाठ करने की सम्पूर्ण विधि और नियम विस्तार से बिन्दुओ में बताने वाले है. जिससे किसी भी बिंदु पर आपसे कोई गलती नहीं होगी.

शिव चालीसा भगवान शिव की उपासना करने का माध्यम है. हमारे हिन्दू धर्म में भगवान को याद और उपासना करने के लिए हमारे ऋषियों के जो सरल भाषा में पाठ बनाए गए है. उन्हें ही चालीसा नाम दिया गया है. चालीसा को भक्त आसानी से पढ़ सकते है. और समझ सकते है. तथा उच्चारण भी आसानी से कर सकते है. इसलिए चालीसा को गुरुओ के द्वारा बनाया गया है.

चालीसा को चालीसा नाम देने के पीछे एक दूसरा कारन चालीसा में कुल चालीस पंक्तिया होना है. शिव चालीसा भगवान शिव की उपासन के लिए बनाई गई है. जिसे भक्त पुरे मन से पढ़ कर. भगवान शिव को पसन्न कर सकते है. और अपने मन की कामना के लिए भगवान भोलेनाथ का पाठ कर सकते है. शिव चालीसा पढने की एक विधि है. तथा इसके कुछ नियम भी है. जिसे हम आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताने वाले है.

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शिव चालीसा पढने और पाठ करने के नियम और विधि

शिव चालीसा का फायदा आपको तभी मिलता है. जब आप पूरी विधि को समझते है. और विधि के अनुसार ही शिव चालीसा को पढ़ते है. इसके साथ ही आपको अपना मन शांत रखना भी जरुरी है. तभी ही आप अपना मन भगवान की सच्ची उपासना में लगा सकते है. निचे भगवान शिव जी की चालीसा की विधि और नियम को बिन्दुओ में बताया गया है. जिससे कोई भी बिन्दुओ आप से रह नहीं जाएगा.

  • शिव चालीसा पढ़ने और पाठ करने के लिए आपको सुबह जल्दी उठना चाहिए. क्योंकि शिव पाठ की पूरी विधि के लिए आपको सुबह के समय की आवश्कता होती है.
  • सुबह जल्दी उठ कर अच्छी तरीके के स्नान करे. आप स्नान के पानी में गंगा जल भी डाल सकते है.
  • स्नान करने के पश्चात् शरीर को अच्छी तरह से सुखा दे. तथा वस्त्र धारण करे. यहा ये बात ध्यान देनी की जरूरत है की वस्त्र साफ़-सुथरे हो. और हल्के रंग के ही वस्त्र धारण करे.
  • शिव जी की उपासना के लिए कभी भी गहरे रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए.
  • अपने बैठने के लिए साफ़-सुथरा सफ़ेद आसन बिछा दे.यहा पर यह ध्यान दे की आसन साफ़ होना चाहिए. और गंदे मैले आसन का उपयोग कभी नहीं करे.
  • बैठते वक्त अपना मुह हमेशा पूर्व दिशा या उत्तर दिशा में या पूर्व और उत्तर दिशा के बिच में रखे. आपके मुह की दिशा का वास्तुशास्त्र के अनुसार बहुत प्रभाव पड़ता है. इसलिए सही दिशा का ज्ञान होना आवश्यक है.
  • भगवान शिव की पूजा के लिए धुप, दीप, चंदर और माला रखे. तथा को प्रसन्न करने के लिए 5 आक के सफ़ेद फूल रख दे.
  • भगवान शिव को प्रसाद चढाने के लिए मिश्री या पतासा भी रखे.
  • एक ताम्बे के लोटे में जल भरकर भी रख दे. आप चाहे तो स्टील के लोटे का भी उपयोग कर सकते है. लेकिन ताम्बे के लोटे की सलाह दी जाती है.
  • पाठ करने से पहले गाय के शुद्ध देशी घी का दिया जला दे. दिया गाय के देशी घी का होना आवश्यक है.
  • दिया जलाना के पश्चात् अपने आसन पर बैठ कर. कम से कम तीन बात शिव चालीसा का पाठ करे. यहा यह ध्यान देनी की वस्तु है की पाठ हमेशा विषम संख्या में करना है.
  • आपको शिव चालीसा का पाठ हमेशा जितना हो सके उतनी तेज आवाज में करना चाहिए. जितने लोग आपकी आवाज को सुनते है. उनको भी शिव चालीसा का लाभ प्राप्त होता है.
  • पूरी श्रदा और भक्ति भाव से शिव चालीसा का पाठ करे. भगवान शिव में पूरा विश्वास रखने हुए शिव चालीसा को पढ़े.
  • पाठ पूर्ण करने के पश्चात् लोटे के जल को अपने पूरी घर में छिड़क दे. और जल को अपने परिवार के साथ खुद भी ग्रहण कर ले.
  • भगवान को जो मिश्री की प्रसाद चढाई है. उसे छोटे- छोटे बच्चो में बटवा ले. और खुद भी परिवार के साथ ग्रहण कर ले.
  • अब भगवान को 5 आक के सफ़ेद फूल पूरी श्रदा के साथ अर्पण करे.

इसप्रकार से अपने आप को भगवान शिव की भक्ति में समपर्ण कर ले. और विधि को ऊपर दिए हुए नियमो के अनुसार पूर्ण कर ले. भगवान शिव आपकी हर मनोकामना पूर्ण कर देंगे. भगवान को भी भक्तो की जरूरत होती है. भगवान भी ऐसे भक्तो को पसंद करते है. जो पुरे विश्वास के साथ विधि को पूर्ण करते है.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (शिव चालीस पढ़ने और पाठ करने के नियम और पूरी विधि) को लिखने का हमारा मकसद आपको शिव चालीसा को पढ़ने और पाठ करने के सम्बन्धित नियमों को विस्तार से बिन्दुओ में बताना है. इस जानकारी के द्वारा आप सफल रूप से शिव चालीसा का पाठ कर सकते है. शिव चालीसा को पढ़ कर आप अपने सारे कष्ट भगवान भोलेनाथ को अर्पण कर दे. शिव पुराण के अनुसार शिव और शक्ति का संयोग ही परमात्मा है.

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अगर आपको ये आर्टिकल ज्ञान पूर्वक लगा है. तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ साँझा करे. तथा उन्हें सही विधि और नियमो से शिव चालीसा के पाठ के बारे में बताए. भगवान शिव बहुत उदार है. और वो सभी के दुःख हर लेते है.

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