आल इंडिया रेडियो की स्थापना कब हुई थी – विविध भारती की शुरुआत

आल इंडिया रेडियो की स्थापना कब हुई थी |all india radio ki sthapna kab hui thi | रेडियो का इतिहास | आकाशवाणी का इतिहास आज हम जिस दौर में हैं. हमारे पास मनोरंजन के विभिन्न साधन उपस्थित है. इंटरनेट के आते ही यह साधन भी बहुत बढ़ गए हैं. आधुनिक समय में हमारे टेलीविजन में भी हजारों चैनल प्रसारित होते हैं. लेकिन भारत के आजादी के समय स्थिति ऐसी नहीं हुआ करती थी. उस समय मनोरंजन का सिर्फ एक ही साधन था जिसे रेडियो कहा जाता है.

लोग मनोरंजन के लिए सिर्फ रेडियो पर ही निर्भर रहते थे. इस आर्टिकल में हम भारत सरकार का सार्वजनिक रेडियो प्रसारण चैनल आकाशवाणी के बारे में जानेंगे. हम जानेंगे कि आकाशवाणी की स्थापना कब हुई थी. तथा आकाशवाणी के इतिहास के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे.

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आल इंडिया रेडियो की स्थापना कब हुई थी | all india radio ki sthapna kab hui thi

आल इंडिया रेडियो की स्थापना 23 जुलाई, 1927 में हो गई थी. लेकिन इसका सार्वजनिकरण 1930 में किया गया था. तब इसका नाम बदल कर ‘भारतीय प्रसारण सेवा’ गया. जिसे बाद में 1950 में नाम बदल कर ‘आकाशवाणी’ रखा गया. इसे अंग्रेजी में आल इंडिया रेडियो (All india radio) भी कहा जाता हैं.

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आकाशवाणी की जानकारी

आकाशवाणी का अंग्रेजी और पुराना नाम में ऑल इंडिया रेडियो (All india radio) है. यह भारत सरकार का सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा संचालित सरकारी रेडियो प्रसारण सेवा है. आकाशवाणी की शुरुआत भारत में विभिन्न प्रकार की जानकारी और सरकारी निर्देश जनता तक पहुंचाने के लिए हुई थी. जब इसकी शुरुआत हुई थी तब आकाशवाणी मनोरंजन का साधन नहीं था. आकाशवाणी को शुरुआत करने के पीछे उद्देश्य किसान, विधार्थियों, और मजदूरों के हित में कार्यक्रम प्रसारित करना था.

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आकाशवाणी की शुरुआत | आकाशवाणी का इतिहास

हमारे देश में रेडियो का प्रसारण कोलकाता और मुंबई में सन 1927 में दो निजी ट्रांसमीटर से हुआ था. 1930 में इनका सरकारीकरण होने के पश्चात इसका नाम ‘भारतीय प्रसारण सेवा’ रख दिया गया. उसके पश्चात सन 1957 में इसका नाम ‘आकाशवाणी’ रखा गया. अकाशवानी विभिन्न भाषाओं में सेवाएं प्रदान करता है.

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आकाशवाणी के लोकप्रियता के पीछे कारन

आकाशवाणी की लोकप्रियता के पीछे कारन इसका विभिन्न भाषाओं में प्रसारण होना है. क्योंकि भारत देश में विभिन्न भाषाओं और स्थानीय भाषाओं को बोलने वाले लोग रहते हैं. जो सिर्फ स्थानीय भाषा को नहीं समझते और बात करने के लिए उपयोग करते हैं. इन लोगों तक सरकारी निर्देश और आदेश तथा जरूरी जानकारी पहुंचाने के लिए भारत सरकार को एक ऐसे माध्यम की जरूरत थी. जो उनकी ही भाषा में बात कर सके इसी बात को समझते हुए भारत सरकार ने आकाशवाणी की शुरुआत की थी.

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आकाशवाणी पर शुरुआती दिनों में जानकारी से संबंधित कार्यक्रम ही प्रसारित किए जाते हैं. इसमें किसानों, आमजनो, और मजदूरों को उनसे जुड़े संदेश और जरूरी जानकारी दिए जाते थे. इसके पश्चात आकाशवाणी में मनोरंजन से जुड़े कार्यक्रम भी चालू किए गए. इसमें अब तक का सबसे अधिक लोकप्रिय प्रसारण ‘विविध भारती’ है.

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विविध भारती में मुख्य रूप से हिंदी फिल्मी गाने सुनवाई जाते थे विविध भारती की शुरुआत 3 अक्टूबर 1957 को हुई थी शुरुआती दिनों में विविध भारती का प्रसारण मुंबई और मद्रास से होता था इसकी लोकप्रियता को देखते हुए धीरे धीरे विविध भारती का प्रसारण आकाशवाणी के अन्य केंद्र भी करने लगे विविध भारती की लोकप्रियता आज भी बरकरार हैं और आज भी लोग विविध भारती को याद करते हैं और उसे सुनना पसंद करते हैं.

विविध भारती की शुरुआत और भारत में प्रसारण का इतिहास | रेडियो

का इतिहास

23 जुलाई 1927 को भारत में रेडियो प्रसारण का आरंभ हुआ था. आजादी के पश्चात पूरे देश में रेडियो स्टेशनों का एक बहुत बड़ा नेटवर्क बनना शुरू हो गया था. 50 के दशक के आते-आते आकाशवाणी देश के प्रमुख शहरो से सूचना और प्रसारण की सेवाएं दे रहा था. किन्ही कारणों की वजह से आकाशवाणी से फिल्मी गीतों के प्रसारण पर रोक लगा दी गई थी. यह समय हिंदी फिल्म उधोग का सुनहरा समय था क्योंकि इसी समय बड़े-बड़े गायक और कलाकार बहुत बेहतरीन गीतों का निर्माण कर रहे थे.

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इसी समय श्रीलंका ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन भारत के फिल्मी गीतों को अपने वीडियो सीलोन में बजाता था. जो भारत में तहलका मचा रहे थे. इसी को देखते हुए आकाशवाणी के उस समय के महानिदेशक गिरिजाकुमार और उनके साथियों ने एक अखिल भारतीय मनोरंजन सेवा की शुरुआत करने की योजना बनाई. इसे बाद में ‘विविध भारती’ नाम दियागया.

अनेक तैयारियों के बाद 3 अक्टूबर 1957 को आकाशवाणी के मुंबई के केंद्र से विविध भारती का पहला प्रसारण किया गया. विविध भारती पर बजा सबसे पहला गीत पंडित नरेंद्र शर्मा का था. तथा इस गीत के संगीतकार अनिल विश्वास है. इस गीत के बोल ‘नाच मयूरी नाच था’. और इस गीत को मशहूर गायक मन्ना डे ने गाया था.

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इसके साथ ही विविध भारती की पूरे भारत में शुरुआत हो गई थी. आगे चलकर आकाशवाणी ने हिंदी फिल्म के विभिन्न लोकप्रिय और काबिल निर्माताओं और उद्घोष को विविध भारती के प्रसारण में बुलाया. जिससे आकाशवाणी की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती ही गई.

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (आल इंडिया रेडियो की स्थापना कब हुई थी |all india radio ki sthapna kab hui thi | रेडियो का इतिहास | आकाशवाणी का इतिहास ) को लिखने का उद्देश्य आपको भारत सरकार का सार्वजनिक रेडियो प्रसारण आकाशवाणी के बारे में विस्तार से जानकारी देना हैं. इसका पुराना नाम ‘आल इंडिया रेडियो (All India Radio)’ हैं. आल इंडिया रेडियो की स्थापना 23 जुलाई, 1927 में हो गई थी. लेकिन इसका सार्वजनिकरण 1930 में किया गया था. तब इसका नाम बदल कर ‘भारतीय प्रसारण सेवा’ गया.

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