भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता हैं – सम्पूर्ण जानकारी

भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता हैं | Bharat ka napoleon kise kaha jata hai |समुद्रगुप्त की तुलना किसे यूरोपियन शासक से की जाती हैं |भारत का नेपोलियन किस सम्राट को कहा जाता हैं | samudragupt ki tulna kis european shasak se ki jaati hai – नेपोलियन को इतिहास में एक सफल योध्दा के रूप में जाना जाता हैं. जिसने पूरी दुनिया पर विजय हासिल करने की जिज्ञासा रखी थी. नेपोलियन ने अपनी रणनीति से कहि सारे युध्द लड़े और जीते थे. लेकिन नेपोलियन सिर्फ एक सेनापति मात्र था. लेकिन भारत में एक ऐसे सम्राट का शासन था. जिन्होंने अपने शासनकाल में पुरे भारत के साथ विदेशो तक अपने राज्य को फैलाया था. इस आर्टिकल में हम जानेगे की भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता हैं.

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भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता हैं | Bharat ka napoleon kise kaha jata hai | भारत का नेपोलियन किस सम्राट को कहा जाता हैं

भारत का नेपोलियन सम्राट समुद्रगुप्त को कहा जाता हैं. इतिहासकार वीए स्मिथ ने समुद्रगुप्त की भारत का नेपोलियन के रूप में व्याख्या की हैं. क्योंकि समुद्रगुप्त ने अपने शासन काल में गुप्त साम्राज्य की सीमाए चारो दिशाओ में पुरे भारत के साथ विदेशी देशो तक फैला दी थी. उन्होंने अपने जीवन काल में सारे युध्द बहादुरी से लड़े और बुध्दिमता से जीत हासिल की थी.

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समुद्रगुप्त की तुलना किसे यूरोपियन शासक से की जाती हैं |samudragupt ki tulna kis european shasak se ki jaati hai

समुद्रगुप्त की तुलना नेपोलियन यूरोपियन शासक से की जाती हैं. इतिहासकार वीए स्मिथ समुद्रगुप्त की नेपोलियन से की हैं.

समुद्रगुप्त कौन थे – समुद्रगुप्त के बारे में

समुद्रगुप्त भारत के प्राचीन गुप्त राजवंश के तीसरे शासक थे. तथा चन्द्रगुप्त प्रथम के उत्तरीअधिकारी थे. चन्द्रगुप्त मोर्य के समय ही गुप्त साम्रज्य को पनपने का मौका मिला था. समुद्रगुप्त के समय को भारत का स्वर्ण काल भी कहा जाता हैं. समुद्रगुप्त का साम्राज्य पश्चिम में गांधार से लेकर पूर्व में आसाम और उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में सिंहल तक फैला हुआ था.

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समुद्रगुप्त का पारंभिक जीवन

समुद्रगुप्त चन्द्रगुप्त के पुत्र थे. चन्द्रगुप्त ने लिच्छवी वंश की राजकुमारी कुमारी देवी से विवाह किया था. जिससे उनको दहेज़ में वैशाली मिला था. और गंगा के तटीय स्थानों पर पकड़ मिल गई थी. जो उस समय भारत की अर्थव्यवस्था का केन्द्रीय बिंदु था. चन्द्रगुप्त की राजधानी पाटलिपुत्र थी. वर्तमान में पाटलिपुत्र बिहार राज्य की राजधानी पटना हैं. चन्द्रगुप्त की मृत्यु के बाद उनके पुत्र समुद्रगुप्त को शासन करने का मौका मिला.

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समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन क्यों कहा जाता हैं?

समुद्रगुप्त का शासनकाल इतिहास में विशाल सैन्य अभियान के रूप में वर्णित हैं. क्योंकि समुद्रगुप्त ने राजा बनने के बाद तुरंत ही आसपास के राज्यों को अपने अन्दर मिलाने का अभियान शुरू कर दिया था. उन्होंने सबसे पहले मध्यभारत के रोहिलखंड और पद्मावती राज्यों पर हमला किया. उसके बाद बंगाल और नेपाल राज्यों पर विजय हासिल करके उन्हें अपने राज्य के अन्दर मिला दिया. और असम राज्य को शुल्क देने के लिए विवश किया.

उसके पश्चात् समुद्रगुप्त ने विशाल सेना के साथ आदिवासी राज्य मल्वास, यौधेयस, अर्जुनायास, मधुरस और अभीरस राज्य पर विजय हासिल की. और अपने राज्य के अधीन कर दिया था. उसके बाद अफगानिस्तान, मध्य एशिया, और पूर्वी ईरान के शासक, सकस और खुशानक जैसे विदेशी राज्यों को भी अपने साम्राज्य में मिला दिए. इस प्रकार समुद्रगुप्त ने एक विशाल राज्य की स्थापना की. और इसी कारन समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता हैं.

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समुद्रगुप्त के इतिहास के प्रमाण

समुद्रगुप्त एक शक्तिशाली, पराक्रमी और प्रभावशाली राजा थे. जिसके प्रमाण मुख्यरूप से वर्तमान के उत्तर प्रदेश राज्य के इलाहबाद शहर के निकट कौसम्भि के चट्टानों में उत्कीर्ण एक शिलालेख पर मिलता हैं. इस शिलालेख पर समुद्रगुप्त के विजय अभियानों का विवरण मिलता हैं. इस शिलालेख को समुद्रगुप्त के दरबार के लेखक हरिसेना ने लिखा था.

समुद्रगुप्त उत्तर भारत के महान शासक थे. और दक्षिण भारत में उनके जैसा कोई राजा नहीं था. इस शिलालेख पर समुद्रगुप्त के शरीर की सुन्दरता की भी व्याख्या की गई हैं. जिसमे लिखा हुआ हैं की “तीरों, भालो, तलवारों और शुलो के घावों से भरा खुबसूरत शरीर हैं”.

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सिक्को का चलन और कला का सरक्षण

समुद्रगुप्त कला के प्रेमी थी. उन्होंने खुद संस्कृत की कविताओ की रचना की थी. और अपनी रचनाओ से कविराज की उपाधि भी प्राप्त की थी. उनके दरबार में बहुत सारे विद्वान और कलाकार थे. समुद्रगुप्त सगीत कला के भी प्रेमी थे. जिसका प्रमाण उनके द्वारा चलाए गए सिक्को से प्राप्त होता हैं. सिक्को में समुद्रगुप्त को वीणा बजाते हुए बताया गया हैं.

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समुद्रगुप्त को आर्थिक व्यवस्था का पिता माना जाता हैं. जिसका कारन उनके द्वारा चलाए गए सोने के सिक्के हैं. यह सिक्के आज भी समुद्रगुप्त के काल की समृध्दी, शांति, व्यवस्था, विजय और शासक करने की उत्कर्ष कला को दर्शाते हैं.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता हैं | Bharat ka napoleon kise kaha jata hai |समुद्रगुप्त की तुलना किसे यूरोपियन शासक से की जाती हैं |samudragupt ki tulna kis european shasak se ki jaati hai) में हमने जाना हैं की भारत का नेपोलियन किसको कहा जाता हैं. भारत का नेपोलियन समुद्रगुप्त को कहा जाता हैं. तथा इतिहासकार वीए स्मिथ ने समुद्रगुप्त को अपनी व्याख्या में भारत का नेपोलियन के रूप में उपाधि दी हैं. समुद्रगुप्त एक कुशल प्रबन्धक, सफल योध्दा, अच्छे रणनीतिकार, कला प्रेमी और अर्थशास्त्री थे. जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाने का ख्वाब देखा था.

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