कोरोना महामारी की जानकारी देते हुए अपने मित्र को पत्र लिखे | कोरोना पर मित्र को पत्र

कोरोना महामारी की जानकारी देते हुए अपने मित्र को पत्र लिखे | कोरोना पर मित्र को पत्र | कोरोना से बचने के लिए अपने मित्र को पत्र लिखे | coronavirus mahamari se bachav per apne mitra ko patra likhiye – जब पुराने समय में मोबाइल नही होते थे. तो पत्र के द्वारा ही आप दूर बैठे अपने रिश्तेदार और मित्रो से बात कर सकते थे. लेकिन मोबाइल आने से पत्र लेखन कम हो गया. लेकिन आज भी हमारी परीक्षाओ में पत्र लेखन से जुड़े सवाल पूछे जाते है. क्योंकि पत्र लेखन एक जरुरी कला है जिसका ज्ञान प्रत्येक विधार्थी को होना आवश्यक है.

कोरोना बीमारी के इस महामरी काल में अकसर विधार्थियों की जागरूकता को परखने के लिए इससे जुड़े प्रश्न परीक्षाओ में पूछे जाते है. जैसे कोरोना बीमारी से बचने के लिए अपने मित्र को सलाह देते हुए पत्र लिखे इत्यादि. इसलिए इस आर्टिकल में हम हमारे पाठको के लिए मित्र को कोरोना बीमारी से जुड़े पत्र को सम्मिलित कर रहे है.

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पत्र लिखते समय कौनसे बिन्दुओ का ध्यान रखना चाहिए | पत्र में क्या क्या लिखना जरूरी है

किसी भी पत्र को लिखने से पहले हमे निम्नलिखिए बिन्दुओ का ध्यान रखना चाहिए:

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  • सर्वप्रथम पत्र की शुरुआत में अपना पता पत्र के दाहिने भाग में लिखना चाहिए.
  • पता लिखने के पश्चात् पत्र लेखन की तारीख पते के निचे लिखनी चाहिए.
  • पत्र के पहले भाग में अपनी जानकारी दे और पत्र प्राप्त करने वाले व्यक्ति के कुशल मंगल होने की कामना करनी चाहिए.
  • पत्र के मुख्य भाग में स्पष्ट शब्दों में अपनी बात लिखे. जिसके लिए आप पत्र लिख रहे है. आपको प्रभावशाली शब्दों और भाषा का प्रयोग करते हुए अपनी बात लिखनी चाहिए. इससे आपकी लिखने की क्षमता का पता चलता है.
  • पत्र के अंतिम भाग में अपनी सकारात्मक भावनाओ को व्यक्त करना चाहिए. और पढ़ने वाले के साथ अपना रिश्ता जोड़कर अपना नाम अवश्य लिखे.

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कोरोना पर अपने मित्र को पत्र लिखे | कोरोना से बचने के लिए अपने मित्र को पत्र लिखे | कोरोना महामारी की जानकारी देते हुए अपने मित्र को पत्र लिखे 

कोरोना पर अपने मित्र को पत्र

134, रंगारंग सोसाइटी

महत्मा गाँधी रोड

इलाहाबाद – 896600

उत्तर प्रदेश

13-जून-2021

प्रिय मित्र

मै और मेरा परिवार अपने घर में कोरोना महामारी के नियमो का पालन करते हुए सुरक्षित और कुशल मंगल है. और मै आशा करता हु की तुम भी अपने परिवार के साथ सुरक्षित और खुश होगे. मै और हमारा पूरा पारिवार पुरे विश्व की चिंता में डूबे रहते है. क्योंकि इस समय पूरा विश्व कठिन समय से निकल रहा है. कोरोना बड़ी तेजी से जनसंख्या के बड़े भाग को अपने गिरफ्त में ले रहा है.

टेलीविज़न और अखबारों में मौतों का आकड़ा सुनकर हैरानी और निराशा होती है. और अपनों की चिंता भी रहती है. इसलिए मैंने सोचा की तुमको कुशल मंगल पुछने के लिए ख़त लिखू.

मै कोरोना के लिए दिए गए गाइडलाइन का पूरी सख्ती से पालन कर रहा हु. तथा घर पर बैठ कर ही ऑनलाइन क्लास करता हु. यहा तक की मै अभी जरुरी सामान लेने के लिए बहार जा रहे पिताजी के साथ जाने की जिद्द भी नही करता हु. और घर पर ही बड़े भाई राजेश के साथ नियमित रूप से व्यायाम इत्यादि करता हु. जिससे मेरे जीवन शैली में सुधार देखा जा रही है.

मित्र तुम मेरे लिए बहुत अमूल्य हो और मुझे हमेशा तुम्हारी चिंता रहती है. मै भगवान से हमेशा प्रार्थना करता हु की तुम्हे हमेशा खुश और स्वस्थ रखे. मेरे भाई मै तुम्हे सलाह देना चाहता हु की तुम भी मेरी तरह कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए. अपने घर में रहो और घर में रहते हुए अपनी पढाई का भी ध्यान रखो. क्योंकि हम हमारा भविष्य पढाई के दम पर ही उज्जवल बना सकते है.

तुम्हारी सुरक्षा का ख्याल रखते हुए तुमसे अनुरोध करता हु की तुम निम्न बातो का ध्यान रखो

  • हमेशा मास्क पहन कर ही बाहर निकलो.
  • प्रत्येक 1 घंटे में अपने हाथो को अच्छी तरह से साबुन से धोना चाहिए.
  • खाना खाने से पहले भी हाथो को अच्छी तरह से साबुन से धोना चाहिए.
  • अपने हाथो से बार बार अपने नाक और चेहरे को स्पर्श करने से बचो.
  • अगर बहुर जरुरी हो तभी घर से बहार निकलना चाहिए.

घर से बाहर निकलते वक्त हमेशा सनिटाईजर अपने साथ रखो और किसी भी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के बाद अपने हाथो को अच्छी तरह से सनिटाईज करो.

पढाई के साथ हमे खेलना कूदना और व्यायाम करना भी अनिवार्य है. इस कठिन समय में हम बाहर नहीं जा पा रहे है. और ना ही मित्रो के साथ खेल कूद पा रहे है. इसलिए हमे घर पर ही रहकर हल्के फुल्के व्यायाम करना चाहिए. जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा मिल सके. और साथ में किसी भी बीमारी से लड़ने के रोग प्रतिरोग क्षमता भी बढ़ सके.

मुझे पता है की तुम अपने स्वास्थ्य और पढाई के प्रति जागरूक हो. लेकिन तुम्हारी चिंता करना और सही रास्ता बनाता भी मेरा कर्तव्य है. मै कामना करता हु की तुम मेरी सलाह को सकारात्मक रूप में लेते हुए नियमित रूप से व्यायाम और पढाई करोंगे. मै हमेशा चाहता हु की तुम अपने जीवन में बहुत आगे बढ़ो और तुम्हारी प्रत्येक मनोकामना पूर्ण हो.

मै भगवान से रोज प्रार्थना करता हु की कोरोना बीमारी से हमारी दुनिया को जल्दी से जल्दी मुक्ति मिले और मै तुम से जल्दी मिल सकू.

मै आशा करता हु की तुम भी मेरे ख़त को पढ़ कर इस पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया पत्र लिख कर दोंगे.

तुम्हारा मित्र

मुकेश प्रजापति

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (कोरोना महामारी की जानकारी देते हुए अपने मित्र को पत्र लिखे | कोरोना पर मित्र को पत्र | कोरोना से बचने के लिए अपने मित्र को पत्र लिखे | coronavirus mahamari se bachav per apne mitra ko patra likhiye) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको पत्र लेखन और कोरोना बीमारी से जुड़े पत्र के बारे में जानकारी देना है. कोरोना बीमारी के इस महामरी काल में अकसर विधार्थियों की जागरूकता को परखने के लिए इससे जुड़े प्रश्न परीक्षाओ में पूछे जाते है. जिसका बहुत प्रभावी और शालीनता के साथ उत्तर देने से अच्छे अंक प्राप्त होते है.

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आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हैं. यह हमे तभी पता चलेगा जब आप हमे निचे कमेंट करके बताएगे. यह आर्टिकल विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए इस आर्टिकल को उन लोगो और दोस्तों तक पहुचाए जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि ज्ञान बाटने से हमेशा बढ़ता हैं. धन्यवाद.

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