क्रिकेट का मैदान की जानकारी और चित्र | क्रिकेट का इतिहास और नियम

क्रिकेट का मैदान की जानकारी और चित्र | क्रिकेट का इतिहास और नियम – क्रिकेट प्रत्येक भारतीय के दिल में बसता है. जब भी हमारे देश में क्रिकेट का कोई टूर्नामेंट होता है. तो पुरे देश में जश्न का माहौल होता है. और भारत पाकिस्तान के मैच में तो लोग अपने काम धंधा बंद करके क्रिकेट देखने लग जाते है. प्रत्येक के दिमाग में पाकिस्तान को पीटने का मौका होता है. हम भारतीयों के लिए क्रिकेट ना सिर्फ खेल होकर एक धर्म और रिश्ता है.

इस आर्टिकल में हम आपको क्रिकेट के मैदान की जानकारी देने जा रहे है. इसके साथ ही इस आर्टिकल में आप जानेगे क्रिकेट नियम जो क्रिकेट खेल को इतना रोमांच से भर देते है.

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क्रिकेट का मैदान की जानकारी हिंदी में

क्रिकेट के मैदान का व्यास 140 से 160 गज होता है. और मीटर में देखा जाए तो यह 130 से 150 मीटर के आसपास होता है. क्रिकेट के मैदान में जो परिधि होती है. उसे सीमा कहा जाता है. इस सीमा को रंग करके या फिर रस्सी लगाके कवर किया जाता है. क्रिकेट का मैदान गोल, अंडाकार या फिर चोकोर आकार का होता है.

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क्रिकेट के मैदान में बल्लेबाज खिलाडी को खेलने के लिए मैदान के मध्य में एक पिच बनाई जाती है. उस पिच की लम्बाई 22.12 मीटर की होती है. जिसे अगर गज में देखा जाए तो 22 गज की होती है. और फुट में यह 66 फुट की लम्बाई होती है. पिच के दोनों ओर जो स्टम्प लगाए जाते है ये लम्बाई उन दोनों स्टम्प के बिच की होती है.

क्रिकेट मैदान का चित्र

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क्रिकेट का इतिहास और नियम

क्रिकेट का खेल वर्ष 1300 में इंग्लॅण्ड के केप्ट नगर से प्रारम्भ हुआ था. ब्रिटिश राजा एडवर्ड की अलमारी में बल्ला और गेंद पाया गया था. इसलिए इस बात की पुष्टि होती की क्रिकेट की शुरुआत सन 1300 में इंग्लैंड से हुई थी. इसके बाद सन 1500 तक इंग्लैंड में काफी क्रिकेट क्लब स्थापित हो गए. और क्रिकेट का व्यापक प्रचार हुआ.

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पहला क्रिकेट मैच सन 1706 में खेला गया. विलियम गोल्ड ने इस बात का उल्लेख अपनी कविता में किया है. लेकिन कुछ लोगो का मानना है की सन 1709 में पहला क्रिकेट मैच लंदन और केप्ट के बिच हुआ था. लेकिन इस खेल की बढती लोकप्रियता के कारण शासन वर्ग नाराज थे. जिससे सन 1680 में ओलिवर कामवेल के कमिशनर ने इस खेल का प्रतिबंध सम्पूर्ण आयरलैंड में लगा दिया.

लेकिन इस खेल को लोगो के द्वारा इतना पसंद किया गया था. की प्रतिबंध होने के बावजूद भी इस खेल की लोकप्रियता ओर अधिक बढती गई. सन 1710 में क्रिकेट केम्ब्रिज विश्वविद्यालय में खेला जाने लगा और 1729 तक यह खेल ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में भी खेला जाने लगा. सन 1760 में इंग्लैंड में पहले क्रिकेट क्लब की शुरुआत हुई. जिसका नाम हैन्बलड्न क्लब रखा गया. उसके बाद मैरीलबोन क्रिकेट क्लब की सन 1787 में स्थापन हुई. इस क्लब के नेतृत्व में 27 जून 1788 लाइस के मैदान में प्रथम क्रिकेट मैच खेला गया.

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इस प्रकार देश दुनिया में काफी सारे क्रिकेट मैच खेले जाने लगे. और काफी क्लबो की स्थापन होती गई. भारत में  क्रिकेट खेल का प्रारंभ सन 1721 से हुआ. कोलकाता में सन 1792 में क्रिकेट क्लब की स्थापना हुई. भारत की तरफ से सन 1866 में पहली क्रिकेट टीम इंग्लैंड के दौरे पर गई. उसके बाद सन 1889-90 के दौरान इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर आई थी.

सन 1900 में भारत में ‘रोशनआरा क्लब’ की स्थपना हुई. उसके पश्चात् भारत में क्रिकेट संघ की स्थापन सन 1928 में की गई. भारत का पहला टेस्ट क्रिकेट मैच सन 1932 में इंग्लैंड के साथ लार्डस के मैदान पर हुआ. क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड की स्थापना ग्रान्ट के नेतृत्व में सन 1932 में की गई. सी.के.नायडू भारत के प्रथम क्रिकेट कप्तान थे.

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क्रिकेट के नियम क्या है

क्रिकेट एक बहुत की रोमांचित खेल है. तथा इस खेल का इतना रोमांचित होने के पीछे इसके असाधारण नियम है. जो निम्न अनुसार है:

  1. खेलते समय अगर बॉल बल्लेबाज के बैट की बजाय उसके शरीर के भाग को छु कर निकलती है. और  अम्पायर को लगता है की यह बोल शरीर को नहीं स्पर्श करती तो स्टम्प को लग सकती थी. इस अवस्था में उसे आउट करार दिया जाता है. उसे क्रिकेट की भाषा में ‘एल.बी.डब्ल्यू’ कहा जाता है.
  2. अगर बल्लेबाज बॉल को मारने के चक्कर में क्रीज़ से बहार निकल जाता है और वह बोल पीछे खड़े विकेट कीपर के हाथ में चली जाए और विकेट कीपर बोल से विकेट गिरा दे. उसे ‘स्टम्प आउट’ कहते है.
  3. अगर बल्लेबाज शॉट लगाने के बाद क्रीज़ पर पहोचने से पहले ही विपक्षी खिलाडी विकेट पर बोल मार दे तो वह ‘रन आउट’ कहलाता है.
  4. अगर बल्लेबाज बॉल को मारता है और विपक्षी खिलाडी बॉल को हवा में ही लपक लेता है. मतलब जमीन पे ना गिरने दे तो वह केच आउट कहलाता है.
  5. अगर गेंदबाज गेंद डाले और बल्लेबाज उस गेंद को नहीं मार पाए और पीछे लगे स्टम्प पर रखी गिलिया निचे गिर जाए  तो बल्लेबाज ‘क्लीन बोल्ड आउट’ कहलाता है.
  6. अगर कोई बल्लेबाज खेल के दौरान डाली गई बॉल को हाथ से पकड़ लेता है तो उसे आउट करार दिया जाता है.
  7. अगर बल्लेबाज बॉल को हिट करने के चक्कर में पीछे लगे स्टम्प पर बैट लग जाए  और इसके शरीर का कोई भाग स्टम्प को छु ले तो वह हिट विकेट आउट करार दिया जाता है.
  8. क्रिकेट मैच में वही टीम विजय मानी जाती है जिसका रन अधिक होते है.
  9. अगर गेंदबाज बोल को ठीक से नई फेकता है तो ऐसी बॉल ‘नो बॉल’ में शामिल की जाती है.
  10.  अगर गेंदबाज बॉल को बल्लेबाज की पहुँच से बहार फेका जाता है तो ऐसी बॉल ‘वाइड बॉल’ करार दी जाती है.

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क्रिकेट मैदान का क्षेत्रफल

क्रिकेट के मैदान का व्यास 140 से 160 गज होता है. और मीटर में देखा जाए तो यह 130 से 150 मीटर के आसपास होता है. पिच की लम्बाई 22.12 मीटर की होती है जिसे अगर गज में देखा जाए  तो 22 गज की होती है और फिट में यह 66 फिट की लम्बाई होती है.

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क्रिकेट में आउट के प्रकार

क्रिकेट के आउट के प्रकार निम्नलिखित है:

बोल्ड आउट,केच आउट, स्टम्प आउट, रन आउट, लेग बिफोर द विकेट (एल.बी.डब्ल्यू), हिट विकेट, डबल हिट विकेट, मांकडिंग, टाइम आउट, ओब्सट्रकटिंग, हेंडलड द बोल.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (क्रिकेट का मैदान की जानकारी और चित्र | क्रिकेट का इतिहास और नियम  | क्रिकेट में आउट के प्रकार) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको क्रिकेट के मैदान की जानकारी विस्तार से देना है. जिससे अगर आप भी क्रिकेट खेलते है तो इस जानकारी का सही उपयोग अपने खेल में कर सके. क्रिकेट के मैदान का व्यास 140 से 160 गज होता है. और मीटर में देखा जाए तो यह 130 से 150 मीटर के आसपास होता है. क्रिकेट के मैदान में बल्लेबाज खिलाडी को खेलने के लिए मैदान के मध्य में एक पिच बनाई जाती है. उस पिच की लम्बाई 22.12 मीटर की होती है.

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