दास कैपिटल की रचना किसने की थी | दास कैपिटल का प्रकाशन किस वर्ष हुआ

दास कैपिटल की रचना किसने की थी | दास कैपिटल का प्रकाशन किस वर्ष हुआ – पुराने समय से ही हमारे समाज में अमीर और गरीब के बिच भेदभाव रहा है. और वर्तमान में भी है अमीर लोग दिन प्रति दिन अमीर बनते जा रहे है. और गरीब लोग ओर अधिक गरीब होते जा रहे है. जिससे समाज में असंतोष और अशांति फैल रही है. और यही अशांति और असंतोष धीरे-धीरे एक दिन क्रांति का रूप अवश्य लेगी. जिसका खामियाजा पुरे मानव जाति को उठाना पडेगा.

विभिन्न विद्धवानो ने समय-समय पर इस खाई को भरने के लिए अपने विचार प्रकट किये और अपनी पुस्तको के माध्यम से समाज को सही राह दिखाने का प्रयत्न किया है. ऐसी ही एक प्रसिद्ध पुस्तक “दास कैपिटल” है. लेकिन आपको पता है की दास कैपिटल की रचना किसने की थी तो इस आर्टिकल में हम दास कैपिटल और इसके रचयता के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेगे .

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दास कैपिटल की रचना किसने की थी | दास कैपिटल का प्रकाशन किस वर्ष हुआ

दास कैपिटल नामक पुस्तक की रचना कार्ल मार्क्स ने सन 1867 में की थी. इस पुस्तक में पूंजी तथा पूंजीवाद का विश्लेषण मौजूद है. तथा इस पुस्तक में मजदूर वर्ग को शोषण से मुक्त कराने के उपाय भी मौजूद है. इस पुस्तक के माध्यम से समाज में एक नई विचारधारा प्रभावित हुई थी. जिसने प्राचीन मान्यता को हिला कर रख दिया था. इस पुस्तक के प्रकाशित होने के कुछ वर्षों के भीतर ही रूस में साम्यवादी क्रांति हुई थी.

दास कैपिटल का प्रकाशन तीन खंडों में हुआ है. जिसका पहला खंड सन 1867 में मार्क्स के जीवन काल में प्रकाशित किया गया था. लेकिन उसके पश्चात सन 1883 में मार्क्स की मृत्यु हो गई थी. कैपिटल का दूसरा खंड सन 1885 और तीसरा खंड सन 1894 में प्रकाशित किया गया था. जिसका संपादन मार्क्स के सहयोगी और दोस्त फेदरी अगेंस्ट ने किया था.

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कार्ल मार्क्स कौन थे

कार्ल मार्क्स का जन्म 5 मई, 1818 को प्रशिया के राइन प्रान्त में हुआ था. कार्ल मार्क्स के पिता एक वकील थे तथा उनके पारंपरिक शिक्षा जिमनेजियम से हुई थी. इसके पश्चात् बोन विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा प्राप्त की. उसके बाद बर्लिन विश्वविद्यालय से दर्शन और इतिहास की शिक्षा प्राप्त की थी. कार्ल मार्क्स ने जेना विश्वविद्यालय से डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की थी.

कार्ल मार्क्स के कार्य और विचार

कार्ल मार्क्स के अनुसार विश्वभर में व्याप्त असंतोषी और अशांति का मुख्य कारण अमीर और गरीब के बीच में भेदभाव और असमानता है. उनके अनुसार अगर विश्व में शांति स्थापित करने हैं. तो हमें अमीर और गरीब के बीच के भेद को पूर्ण रूप से खत्म करना होगा.

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मार्क्स ने कहा की उत्तराधिकारी की प्रथा का अंत होना अनिवार्य है. कार्ल मार्क्स के अनुसार समाज में आर्थिक और सामाजिक समानता के लिए शांतिपूर्ण तरीके से क्रांति करना अनिवार्य है. और अगर शांतिपूर्ण क्रांति से भी बदला होना संभव ना हो तो सशक्त क्रांति भी की जानी चाहिए.

कार्ल मार्क्स ने अपने साम्यवादी घोषणा पत्र में पूँजीवादी को पूर्ण रूप से समाप्त करने का संकल्प लिया. कार्ल मार्क्स का उद्देश्य अमीरों और गरीबों के बिच भेदभाव को खत्म करना था. एक समान वर्गविहीन समाज की स्थापना करना था. 1867 में कार्ल मार्क्स की दास कैपिटल पुस्तक का प्रथम खंड प्रकाशित हुआ.

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उसके पश्चात उस पुस्तक के साथ ही कार्ल मार्क्स की ख्याति पूरे विश्व में स्थापित हुई.  पॉवर्टी ऑफ फिलॉस्फी कार्ल मार्क्स की विश्व प्रसिद्ध अन्य पुस्तक है. आख़िरकार वर्ष 1883 में कार्ल मार्क्स की मृत्यु हो गई थी.

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (दास कैपिटल की रचना किसने की थी | दास कैपिटल का प्रकाशन किस वर्ष हुआ) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको दास कैपिटल और कार्ल मार्क्स के बारे में जानकारी प्रदान करना है. दास कैपिटल नामक पुस्तक की रचना कार्ल मार्क्स ने सन 1867 में की थी. इस पुस्तक में पूंजी तथा पूंजीवाद का विश्लेषण मौजूद है. तथा इस पुस्तक में मजदूर वर्ग को शोषण से मुक्त कराने के उपाय भी मौजूद है.

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