मातृभूमि से आप क्या समझते हैं | हमारी मातृभूमि भारत इतनी वन्दनीय क्यों है

मातृभूमि से आप क्या समझते हैं | हमारी मातृभूमि भारत इतनी वन्दनीय क्यों है | मातृभूमि पर निबंध –  इन्सान का जब जन्म होता है. तो उसी क्षण उसके कहि सारे रिश्ते बन जाते है. इन रिश्तो को इन्सान जिन्दगी भर निभाता है. और जब भी इन्सान को किसी प्रकार की सहायता की जरूरत पड़ती है. उसके रिश्तेदार और मित्र हमेशा उसका साथ देते है. इन्सान एक सामाजिक प्राणी है और इन रिश्तेदारों और मित्रो के बिना अकेला नहीं रह सकता है.

अन्य रिश्तो के समान ही जब इन्सान का जन्म होता है. तो एक ओर महत्वपूर्ण और प्यार वाला रिश्ता उस जमीन से केभी बन जाता है. जिसे मातृभूमि कहते है. इस आर्टिकल में हम जानेगे की मातृभूमि किसे कहते है. और हमारे जीवन में मातृभूमि का इतना महत्त्व क्यों है. इस आर्टिकल में हम हमारी मातृभूमि भारत का भी वर्णन करेगे.

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मातृभूमि से आप क्या समझते हैं

किसी भी व्यक्ति को अपने मातृभूमि से बहुत लगाव होता है. चाहे व्यक्ति किसी भी देश, धर्म, जाति और किसी भी भाषा को बोलने वाला क्यों ना हो. व्यक्ति के लिए मातृभूमि वह स्थान होता है. जहा पर व्यक्ति का जन्म होता है. जहा की मिट्टी में व्यक्ति बचपन में खेल कूद कर बड़ा हुआ होता है. उस मिट्टी और स्थान से दुनिया के सभी प्राणियों को बहुत लगाव और प्रेम होता है.

प्रत्येक व्यक्ति के दिल में अपनी मातृभूमि के लिए कुछ ना कुछ करने की इच्छा हमेशा रहती है. और मौका मिलने पर इतिहास में बहुत से वीरो ने अपनी मातृभूमि के प्यार में जान भी दी है. मातृभूमि की रक्षा करना और बलिदान देनी की इच्छा सभी नागरिको में होती है. इसलिए मातृभूमि को माँ का दर्जा दिया गया है.

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हमारी मातृभूमि भारत इतनी वन्दनीय क्यों है

चूँकि हमारा जन्म भारत में हुआ है. इसलिए भारत हम सब की मातृभूमि है. भारत अपने विविधता में एकता के गुण के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है. हमारी संस्कृति का अस्तित्व हजारो सालो से है. भारत की संस्कृति पूरी दुनिया की गिनी चुनी प्राचीन सभ्यताओ में से एक है. सिन्धु घाटी और मोहनजोदड़ो के अवशेष हमे प्राचीन काल के समृद्ध भारत की याद दिलाता है. जब हमारा देश भारत सोने की चिड़िया हुआ करता था.

हमारे देश ऋषि मुनियों और वीरो का देश है. आज के समय विदेशी वैज्ञानिक जिन विषयों पर खोज कर रहे है. वह ज्ञान प्राचीन काल में हमारे देश के ऋषि मुनियों के पास उपलब्ध था. अंकगणित का आधार शून्य है. और शून्य की खोज हमारे देश के गणितिज्ञ आर्यभट्ट ने की थी. आधुनिक चिकित्सा प्रणाली से कही ज्यादा कारगर इलाज प्राचीन भारत में औषधियों से होता था.

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भारत के लोगो के पास प्राचीन काल में धन धान्य का भंडार था. जिसके उदहारण भारत के पुराने मंदिर है. जिन्हें बाहरी लुटेरो ने कितनी बार लुटा और देश का धन देश के बहार ले गए. जिसमे प्रसिद्ध सोमनाथ का मंदिर भी शामिल है.

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भारत में अनेक बोलिया बोली जाती है. और अनेक धर्मो तथा जातियों के लोग भारत में रहते है. जिसका कारन हमारी सहिष्णुता की भावना है. हमने दुनिया भर से भारत में आने वाले प्रत्येक धर्म और जाति के लोगो को जगह दी है. और हमारी राष्ट्रिय भाषा हिंदी में आपको दुनिया के विभिन्न भाषाओ के शब्द देखने को मिल जाते है. हिंदी भाषा में आप अंगेजी, उर्दू, अरबी इत्यादि भाषा के शब्द आसानी से खोज सकते है. जिसका मुख्य कारन हमने संसार की सभी भाषाओ को अपनाया है.

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भारत का साहित्य पूरी दुनिया के प्राचीन साहित्य में गिना जाता है. वेदों और पुराणों की रचना आज से हजारो पहले हुई थी. जब विदेशो में लोग लिखना और पढना भी नहीं जानते थे. प्राचीन भारत के ऋषि मुनि गहन अध्ययन में लगे हुए थे. और उन्होंने अपने शोधो और गहन अध्ययन के आधार पर वेदों की रचना की यह वेद आज भी हमे मार्गदर्शित करते है.

हिंदी साहित्य की बात करे तो हमे रविन्द्रनाथ टैगोर और मुंशी प्रेमचंद जैसे महान साहित्यकारों पर गर्व होता है. रविन्द्रनाथ टैगोर को साहित्य का नोबल पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है. हमारे देश में समय समय पर अनेक महान व्यक्तियों ने जन्म लिया है. जिन्होंने अपना लोहा पूरी दुनिया को मनवाया है. इसमें सम्राट अशोक, चाणक्य, महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, महत्मा गाँधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस इत्यादि नाम शामिल है.

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भारत पर 200 वर्षो तक अंग्रेजो ने राज किया और उससे पहले बाहरी लुटेरो ने बार बार देश की संपत्ति को नुकसान पहुचाया. इसके बावजूद भी आज भी भारत दुनिया के सामने छाती तान के खड़ा है. आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओ में एक है. आज के समय में भारत सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पूरी दुनिया में नंबर एक पर है.

हमारा देश हमेशा एक विश्व एक परिवार की निति पर चलता है. इसलिए भारत ने समय समय पर अपने पड़ोसी देशों की भी मदद करता आया है. विभिन्न प्राकृतिक आपदाओ में भारत अपने पड़ोसी देशों की सहायता करने के लिए हमेशा आगे रहता है. आज पूरा विश्व भारत की ओर आशाभरी नजरो  के साथ देखता है यह ही हमारी मातृभूमि का परचम है. हमे अपनी मातृभूमि पर गर्व है.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (मातृभूमि से आप क्या समझते हैं | हमारी मातृभूमि भारत इतनी वन्दनीय क्यों है | | मातृभूमि पर निबंध ) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको मातृभूमि के बारे में विस्तार से जानकारी देना है. किसी भी व्यक्ति को अपने मातृभूमि से बहुत लगाव होता है. चाहे व्यक्ति किसी भी देश, धर्म, जाति और किसी भी भाषा को बोलने वाला क्यों ना हो. व्यक्ति के लिए मातृभूमि वह स्थान होता है. जहा पर व्यक्ति का जन्म होता है. हमारी मातृभूमि भारत वन्दनीय है.

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आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हैं. यह हमे तभी पता चलेगा जब आप हमे निचे कमेंट करके बताएगे. यह आर्टिकल विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए इस आर्टिकल को उन लोगो और दोस्तों तक पहुचाए जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि ज्ञान बाटने से हमेशा बढ़ता हैं. धन्यवाद.

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