मौखिक भाषा किसे कहते हैं – मौखिक भाषा के उदाहरण क्या हैं

भाषा के मुख्य रूप से दो रूप होते है. वह दो रूप मौखिक और लिखित भाषा होते है. भाषा के इन दो रूपों के अलावा भी एक और रूप सांकेतिक भाषा होता है. जिसे हिंदी व्याकरण में जगह नहीं दी गई है. फिर भी जानकारी की दृष्टि से इसका ज्ञान होना भी आवश्यक है. इस आर्टिकल (मौखिक भाषा किसे कहते हैं – मौखिक भाषा के उदाहरण क्या हैं) में भाषा के महत्वपूर्ण रूप मौखिक भाषा के बारे में विस्तार में बताएगे.

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भाषा किसे कहते है?

भाषा एक ऐसी प्रक्रिया है. जिसमे एक व्यक्ति अपनी भावनाओ और मनोदशा को व्यक्त करने के लिए विभिन्न माध्यम जैसे बोली, लिपि, इशारा का उपयोग करता है. भाषा को अलग-अलग विद्वानों ने विभिन्न तरीकों से परिशाषित किया है. किसी ने इसे मन की मनोदशा को मुह से द्वारा उच्चारण कहा है. तो किसी ने इसे मन के आंतरिक भाषा को होठो से उच्चारण करने की प्रक्रिया बताया है.

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विभिन्न विद्वानों द्वारा परिभाषित प्रत्येक परिभाषा का अर्थ सिर्फ ये है की जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को अपने मन और दिमाग की दशा व्यक्त करता है. तो विचारों को व्यक्त करने की प्रक्रिया ही भाषा कहलाती है.

मौखिक भाषा किसे कहते हैं? (maukhik bhasha kise kehte hain)

जैसे की हमने ऊपर देखा है की भाषा के मुख्य रूप से दो रूप होते है. जिसे मौखिक और लिखित भाषा कहते है. मौखिक भाषा वह भाषा होती है जिसमे कोई व्यक्ति अपनी भावनाओ, मनोदशा, भावों, स्थिति, परिस्थिति को मुह से बोल कर शब्दों से वाक्य का निर्माण करके किसी अन्य व्यक्ति को बताता है. इसमें एक व्यक्ति बोलने वाला होता है. और दूसरा सुनने वाला होता है. सुनने वाले व्यक्ति एक से ज्यादा भी हो सकते है.

लिखित भाषा किसे कहते हैं – लिखित भाषा के उदाहरण क्या हैं

मौखिक भाषा के उदाहरण क्या हैं (maukhik bhasha ke udaharan kya hain)

मौखिक भाषा का एक बहुत ही अच्छा उदाहरण जब स्टेडियम में खेल प्रतियोगिता का आयोजन होता है. तब स्पीकर खेल में भाग लेनी वाली टीम के बारे में लाउड स्पीकर से दर्शको को बताता है. ये मैखिक भाषा का ही एक उदाहरण है. यहा श्रोता अनेक है और वक्ता सिर्फ एक है.

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मौखिक भाषा का एक अन्य उदाहरण जब हमारे देश में रेडियो का चलन हुआ करता था. तब लोग रेडियो में समाचार सुनते थे. यहा वक्ता एक ही होता था. जो समाचार को पढता था और बाकि लोग श्रोता होते थे. इस प्रकार से जब हम किसी व्यक्ति से बात करते है. तो ये भी मौखिक भाषा का ही उदाहरण है.

मौखिक भाषा के अन्य उदाहरण भाषण, टेलीविज़न, फिल्म, नाटक, दूरसंचार इत्यादि है.

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल (maukhik bhasha ke udaharan) में हमने आपको भाषा के एक अति महत्वपूर्ण रूप मौखिक भाषा के बारे में विस्तार से बताया है. साथ में मौखिक भाषा के उदाहरण भी बताए है. इस आर्टिकल को लिखने का हमारा उद्देश्य मौखिक भाषा का सम्पूर्ण ज्ञान देना है.

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