Patra kitne prakar ke hote hain – पत्र किसे कहते हैं

Patra kitne prakar ke hote hain – patra kise kahate hain – पत्र किसे कहते हैं -पत्र कितने प्रकार के होते हैं – आज का दौर इन्टरनेट का हैं. इस दौर में हम किसी दूर बैठे व्यक्ति से छुटकी में बात कर सकते हैं. सन्देश भेजने और प्राप्त करने की विभिन्न मोबाइल एप्लीकेशन उपलब्ध हैं. लेकिन पहले ऐसा नहीं था. पहले किसी व्यक्ति से बात करने के लिए सन्देश को कागज पर लिखना होता था. और उस कागज को सामने वाले व्यक्ति तक पहुचाने के लिए डाक की व्यवस्था होती थी. इस आर्टिकल में हम पत्र और पत्र के प्रकार या भेद के बारे में विस्तार से जानेगे.

patra-kitne-prakar-ke-hote-hain-patra-kise-kahate-hain

पत्र किसे कहते हैं? (patra kise kahate hain)

एक व्यक्ति जब अपनी भावनाओ, स्थिति और मनोदशा को कागज पर लिखता हैं. और यह कागज किसी अन्य व्यक्ति को प्राप्त होता हैं. अन्य व्यक्ति इस कागज को पढ़ कर कागज लिखने वाले व्यक्ति की मनोदशा और स्थिति को समझता हैं. तो इस प्रक्रिया को पत्र लेखन कहा जाता हैं. पत्र लिखना भी एक कला होती हैं. आप किस प्रकार से पत्र को लिखने हैं. इसका प्रभाव पढ़ने वाले व्यक्ति पर पड़ता हैं.

पत्र में अपने विचारों और भावनाओ को स्पष्ट रूप से दर्शाना बहुत जरुरी होता हैं. अन्यथा पढ़ने वाला व्यक्ति शब्दों और वाक्यों के अन्य मतलब भी निकाल सकता हैं. पत्र लेखन अपनी भावनाओ को व्यक्त करने का सरल और सुगम तरीका हैं. कोई भी व्यक्ति पत्र के द्वारा अपनी बात किसी अन्य व्यक्ति को आसन तरीके से बता सकता हैं.

श्री रामायण से जुड़े प्रश्न और उत्तर की शृंखला – रामायण की जानकारी

पत्र कितने प्रकार के होते हैं? (Patra kitne prakar ke hote hain)

जब हमारे पास फ़ोन और इन्टरनेट नहीं था. तब पत्र लेखन से ही सारे काम करने होते हैं. अगर आपको किसी दूर बैठे व्यक्ति से अपनी ख़ुशी व्यक्त करनी हैं. तो यह काम भी पत्र लेखन से ही होता था. और अगर आपको दूर बैठे व्यक्ति से शोक व्यक्त करना हैं. तो यह काम भी पत्र लेखन से ही होता था. इसी प्रकार के कार्य जैसे शिकायत, शाबाशी, प्यार का इजहार, गुस्सा, सुचना आदि पत्र लेखन से ही होते थे. और प्रत्येक विशेष कार्य के लिए विशेष तरीके से पत्र लिखना होता हैं.

पत्र को मुख्यरूप से दो भागों या प्रकार में विभाजित किया गया हैं. यह दो प्रकार निम्नअनुसार हैं:

  • औपचारिक पत्र
  • अनौपचारिक पत्र

औपचारिक पत्र किसे कहते हैं?

औपचारिक पत्र वह पत्र होते हैं. जिन्हें कोई व्यक्ति किसी सरकारी कार्य, कार्यलय के कार्य, और व्यावसायिक कार्य के उद्देश्य की पूर्ति के लिए लिखता हैं. औपचारिक पत्र में शिकायत पत्र, आवेदन पत्र, अवकाश पत्र, विभिन्न सरकारी कार्य के सरकारी विभागों को लिखे गए पत्र, सुचना पत्र, सुधार पत्र आदि शामिल होते हैं.

औपचारिक पत्र को लिखने समय भाषा और लय का ध्यान रखना अनिवार्य हैं. क्योंकि औपचारिक पत्र आप ऐसे व्यक्ति को लिख रहे हैं. जो आप से अनजान हैं. और आपको अपने कार्य हेतु उस व्यक्ति की सहायता की जरूरत होती हैं. वह व्यक्ति किसी सरकारी पद या अधिकारी हो सकता हैं. औपचारिक पत्र आपको एक निर्धारित खाके में लिखना चाहिए. जिसमे पत्र के ऊपर और निचे शिष्टाचारी और प्रभावी शब्द मौजूद हो.

कृष्ण किस जाति के थे – वासुदेव किस जाति के थे

अनौपचारिक पत्र किसे कहते हैं?

अनौपचारिक पत्र वह पत्र होते हैं. जो व्यक्ति अपने परिवार के सदस्य, रिश्तेदार, मंगेतर, और दोस्त को लिखता हैं. अनौपचारिक पत्र उनको लिखा जाता हैं जिसे व्यक्ति समझता और जानता हैं. अनौपचारिक पत्र में सामान्य रूप से व्यक्ति अपनी भावनाए किसी अन्य व्यक्ति के समक्ष प्रकट करता हैं. अनौपचारिक पत्र की भाषा सरल, प्रभावी, स्पष्ट, और मधुर होना अनिवार्य हैं. तभी व्यक्ति अपने सन्देश को किसी अन्य व्यक्ति को पंहुचा सकता हैं.

एक अच्छा पत्र लिखने के लिए कुछ जरुरी बाते:

पत्र को प्रभावीरूप से लिखने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • पत्र में सबसे पहले आप संबोधन और अभिवादन जरुर लिखे.
  • पत्र को लिखने का विषय स्पष्ट रूप से लिखे.
  • पत्र को सरल, शिष्टाचारी और प्रभावी भाषा में लिखे.
  • पत्र को लिखते समय सुन्दर और साफ़-सुथरे अक्षरों का प्रयोग करे.
  • पत्र की समाप्ति पर अपने हस्ताक्षर और दिनाक जरुर इंकित करे.

akshar kise kahate hain – अक्षर किसे कहते हैं

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (Patra kitne prakar ke hote hain – patra kise kahate hain – पत्र किसे कहते हैं -पत्र कितने प्रकार के होते हैं) को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको पत्र और पत्र के प्रकार या भेद के बारे में विस्तार जानकारी देना हैं. पत्र के दो प्रकार औपचारिक और अनौपचारिक पत्र होते हैं. पत्र लेखन एक कला हैं. तथा पत्र को प्रभावीरूप से लिखने के लिए भाषा का अच्छा ज्ञान होना अनिवार्य हैं. विभिन्न परीक्षाओ में भी पत्र लेखन से सम्बन्धित प्रश्न पूछे जाते हैं. अंत पत्र लेखन आज भी एक महत्वपूर्ण विषय हैं.

आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हैं. यह हमे तभी पता चलेगा जब आप हमे निचे कमेंट करके बताएगे. यह आर्टिकल विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए इस आर्टिकल को उन लोगो और दोस्तों तक पहुचाए जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि ज्ञान बाटने से हमेशा बढ़ता हैं. धन्यवाद.

Leave a Comment

x