राष्ट्रभाषा किसे कहते हैं | हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की कहानी

राष्ट्रभाषा किसे कहते हैं | rashtra bhasha kise kahate hain | राजभाषा और राष्ट्रभाषा में अंतर | राष्ट्रभाषा का अर्थ क्या है | राष्ट्रभाषा की परिभाषा क्या है – पूरी दुनिया में अनेक भाषाएं बोली जाती हैं. और विशेष क्षेत्र के लोग अपनी स्थानीय भाषा को बोलना और दैनिक जीवन में उपयोग करना पसंद करते हैं. जैसे भारत में अनेक प्रकार की भाषाएं बोली जाती हैं. ऐसा कहा जाता है कि भारत में प्रति 5 किलोमीटर की दूरी पर भाषा बदल जाती हैं. और यह काफी हद तक सही भी है. लेकिन भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है. क्योंकि हिंदी भाषा हमारे देश का प्रतिनिधित्व करती है और हिंदी भाषा को भारत में सबसे ज्यादा लोगों के द्वारा बोला जाता है.

इस आर्टिकल में हम जानेगे की राष्ट्रभाषा किसे कहते हैं तथा राजभाषा और राष्ट्रभाषा में क्या अंतर होता हैं. इसके साथ ही में हम हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने के पीछे भी कहानी जानेगे. इस आर्टिकल में हम भारत के संविधान के अनुसार अन्य घोषित राजभाषा के बारे में भी जानेगे.

rashtra-bhasha-kise-kahate-hain-rashtra-rajabhsha-me-antr-paribhasha-arth-1

राष्ट्रभाषा किसे कहते हैं | राष्ट्रभाषा का अर्थ क्या है | राष्ट्रभाषा की परिभाषा क्या है | rashtra bhasha kise kahate hain

राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है जो किसी राष्ट्र या देश के ज्यादातर क्षेत्रों और ज्यादा जनसंख्या द्वारा बोली और समझी जाती हैं. यह भाषा देश का प्रतिनिधित्व करती हैं. तथा देश के सरकार की आधिकारिक भाषा होती है. राष्ट्रभाषा शब्द का शाब्दिक अर्थ राष्ट्र में प्रयुक्त होने वाली भाषा से है.

हमारे देश भारत में विभिन्न प्रकार की भाषाएं बोली जाती हैं. तथा प्रत्येक राज्य में एक अलग भाषा बोली जाती हैं. यहां तक कि हमारे देश में एक राज्य का व्यक्ति दूसरे राज्य की भाषा को समझने में असमर्थ होता है. इसके बावजूद भी हिंदी ऐसी भाषा है जो प्रत्येक राज्य का व्यक्ति बोलता है. हिंदी भाषा पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है इसी कारण हमारी राष्ट्रीय भाषा हिंदी है.

भाषा के कितने रूप होते हैं – भाषा के कितने भेद होते हैं

राष्ट्रभाषा की जरूरत और महत्त्व

हमारा देश भारत एक बहुभाषी देश है. तथा यहां पर सैकड़ों भाषाएं और बोलियां बोली जाती हैं. हमारे संविधान में कुल 22 भाषाओं को राजभाषा स्वीकृति दी गई है. ऐसे में एक संपर्क भाषा का होना अनिवार्य है. जो पूरे देश को एक सूत्र में बांध सके. यह भाषा सरल, सहज और सर्वमान्य होना भी आवश्यक है. हिंदी भाषा इन्हीं मापदंड पर खरी उतरती है.

लोकतंत्र किसे कहते हैं? (loktantra kise kahate hain) – लोकतंत्र की परिभाषा

क्योंकि यह भाषा भारत के 11 राज्यों में बोली जाती हैं. इसके साथ ही भारत के केंद्र और भारत की राजधानी दिल्ली में भी हिंदी भाषाओं को बोलने वाले लोग बड़ी मात्रा में रहते हैं. चूँकि कि हिंदी भाषा एक सरल भाषा है और इसे कोई भी व्यक्ति आसानी से बोल और समझ सकता है. इसलिए प्रत्येक भारतीय के लिए हिंदी को समझना और बोलना संभव है.

राष्ट्रभाषा और राजभाषा में क्या अंतर है

वास्तव में राजभाषा का अर्थ होता है वह भाषा जिसके द्वारा सरकार अपना राजकीय कार्य करती हैं. राजभाषा को प्राचीन काल में जब राजा और नवाब होते थे. तब ‘दरबारी भाषा’ भी कहा जाता था. राजभाषा एक संवैधानिक शब्द है जिसके साथ कोई भी व्यक्ति छेड़खानी नहीं कर सकता है.

भारत के सबसे अच्छे कॉलेज की लिस्ट – जिसका दुनिया लोहा मानती हैं

सामान्य रूप से एक राजभाषा वही भाषा होती हैं जो राज्य के अधिकांश लोगों के द्वारा बोली और समझी जाती हैं. वहीं राष्ट्रभाषा शब्द व्यवहारिक रूप से संविधान में कहीं उल्लेख नहीं है. राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है जो राष्ट्र के अधिकांश लोगों के बीच में बोली और समझी जाती हैं.

rashtra-bhasha-kise-kahate-hain-rashtra-rajabhsha-me-antr-paribhasha-arth-2

अगर राज्य भाषा को अन्य दृष्टि से समझे तो राजभाषा वह भाषा होती हैं जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें आपस में एक दूसरे से संवाद करती हैं.

चूँकि भारत देश में संघीय व्यवस्था अर्थात भारत में केंद्र और राज्य की अपनी अलग सरकारें होती हैं. इनके बीच में पत्र व्यवहार, सरकारी लेखा-पढ़ी और राज्य कार्य के लिए एक सर्वमान्य भाषा होना अनिवार्य है. अतः हमारे देश को राष्ट्रभाषा हिंदी केंद्र और राज्य को आपस में जोड़ती है.

निति आयोग के अध्यक्ष कौन होता हैं – निति आयोग की स्थापना कब की गई थी

हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में स्वीकृति कब मिली थी

सर्वप्रथम महात्मा गांधी ने सन 1918 में ‘हिंदी साहित्य सम्मेलन’ में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा घोषित करने की मांग उठाई. उन्होंने इसे प्रत्येक भारतीय की भाषा बताया और कहां की “हिंदी भारत के जनमानस की भाषा है”. इसके पश्चात 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा के एकमत से हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया. संविधान के अनुच्छेद 343(1) के द्वारा सन 1950 को हिंदी भाषा को देवनागरी लिपि में राजभाषा का दर्जा दिया गया.

भारत के पडोसी देश कितने हैं. उनके नाम और राजधानी – सम्पूर्ण जानकारी

भारतीय संविधान में किन भाषाओं को राजभाषा का दर्जा दिया गया है?

भारतीय संविधान में हिंदी को मुख्य आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला हुआ है. इसके पश्चात अंग्रेजी भाषा को आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला है. इसके साथ ही भारत सरकार ने 21 अन्य भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया है.

इन 21 भाषाओं के नाम कश्मीरी, उर्दू, आसामी, कन्नड़, मैथिली, मणिपुरी, उड़िया, नेपाली, मराठी, संस्कृत, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, बोडो, डोगरी, बांग्ला और गुजराती है. इन भाषाओं को केंद्रीय और राज्य सरकारे अपनी सुविधा के अनुसार और क्षेत्र के अनुसार आधिकारिक भाषाएं चुन सकती हैं. इसके साथ ही केंद्र सरकार ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा को सरकारी कार्यों के लिए आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है.

नक्शा किसे कहते हैं | Naksha kise kahate hain

निष्कर्ष

इस आर्टिकल (राष्ट्रभाषा किसे कहते हैं | rashtra bhasha kise kahate hain | राजभाषा और राष्ट्रभाषा में अंतर | राष्ट्रभाषा का अर्थ क्या है | राष्ट्रभाषा की परिभाषा क्या है) को लिखने का उद्देश्य आपको राष्ट्रभाषा के बारे में बताता हैं. राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है जो किसी राष्ट्र या देश के ज्यादातर क्षेत्रों और ज्यादा जनसंख्या द्वारा बोली और समझी जाती हैं. लेकिन राष्ट्रभाषा शब्द का उल्लेख हमारे संविधान में कही नहीं मिलता हैं. इसकी जगह राजभाषा का उल्लेख मिलता हैं. सामान्य रूप से एक राजभाषा वही भाषा होती हैं जिसके द्वारा सरकार अपना राजकीय कार्य करती हैं.

जनसंचार किसे कहते हैं – जनसंचार के माध्यमों के प्रकार

कर्क रेखा किस राज्य से नहीं गुजरती है – कर्क रेखा किसे कहते हैं

Sri lanka kab swatantra hua tha – श्रीलंका का इतिहास

आपको यह आर्टिकल (राष्ट्रभाषा किसे कहते हैं | rashtra bhasha kise kahate hain | राजभाषा और राष्ट्रभाषा में अंतर | राष्ट्रभाषा का अर्थ क्या है | राष्ट्रभाषा की परिभाषा क्या है) कैसा लगा हैं. यह हमे तभी पता चलेगा जब आप हमे निचे कमेंट करके बताएगे. यह आर्टिकल विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए इस आर्टिकल को उन लोगो और दोस्तों तक पहुचाए जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि ज्ञान बाटने से हमेशा बढ़ता हैं. धन्यवाद.

2 thoughts on “राष्ट्रभाषा किसे कहते हैं | हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की कहानी”

Leave a Comment

x