संचार कितने प्रकार के होते हैं | संचार किसे कहते है | संचार की परिभाषा

संचार कितने प्रकार के होते हैं | संचार किसे कहते है | संचार की परिभाषा – इन्सान की तरक्की के पीछे अनेक कारन है. पुराने समय में सन्देश को एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुचाने के लिए कबूतर और डाक व्यवस्था का उपयोग किया जाता था. लेकिन आज के इस आधुनिक युग में सन्देश और जानकरियो को प्रचारित करना बहुत आसान हो गया है. आज कल मोबाइल, टेलीविज़न, इन्टरनेट इत्यादि के माध्यम से जानकारी एक ही समय में एक से अधिक स्थानों पर पहुचाना सहज होता है.

संचार वह व्यवस्था है जिसके जरिये एक व्यक्ति दुसरे व्यक्ति को अपने सन्देश विभिन्न माध्यमो से पहुचाता है. इन माध्यम में आमने सामने की बातचीत, टेलीफोन पर बातचीत, अख़बार, पत्र इत्यादि शामिल किये जाते है. इस आर्टिकल में हम जानेगे की संचार और संचार के प्रकार क्या होते है.

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संचार किसे कहते है

संचार एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिये व्यक्ति किसी दूर बैठे अन्य व्यक्ति को सुचना या जानकारी पंहुचा सकता है. तथा दूर बैठे व्यक्ति से जानकारी प्राप्त भी कर सकता है. इसलिए संचार का उपयोग सुचना और जानकरियो के आदान-प्रदान के लिए किया जाता है.

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संचार की परिभाषा

विभिन्न विद्दवानो ने संचार को समय-समय पर परिभाषित किया है. जिसका उपयोग करके हम संचार को ओर गहराई से जान सकते है. संचार की विभिन्न परिभाषाए निम्नलिखित है:

ऑक्सफोर्ड के अनुसार

संचार प्रक्रिया से अर्थ अपनी बातो को कहना और विचारो के आदर प्रदान से है. यह आदान प्रदान लोग आपस में बोलकर और व्यक्त करके करते है.

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डेनिस मेक्केल के अनुसार

संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जो सांझापन को बढ़ाती है. डेनिस के अनुसार संचार से तात्पर्य एक जगह से दूसरी जगह पर सन्देश पहुचाने से है.

जार्ज लुंडबर्ग के अनुसार

संचार शब्द से तात्पर्य विचारो को संकेतो और चिन्हों की सहायता से उपयोगी रूप प्रदान करने से है.

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संचार के प्रकार

संचार की प्रक्रिया में सूचनाओ को एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुचाने के लिए विभिन्न माध्यमो का उपयोग किया जाता है. इन्ही माध्यमो को संचार के प्रकार कहा जाता है. संचार के प्रकार निम्नलिखित है:

औपचारिक संचार

औपचारिक संचार की व्यवस्था सामान्यरूप से कार्यस्थल में देखने को मिलती है. जहा पर उच्च पद पर बैठा हुआ अधिकारी अपने निचे कार्य करने वाले व्यक्तियों को सन्देश या आदेश देता है. इस संचार की व्यवस्था में कब और किसको सन्देश या आदेश देना होता है. यह निश्चित होता है. संचार की इस व्यवस्था में संवाद मुख्यरूप से लिखित में होता है. औपचारिक संचार के उदाहरन आदेश, बुलेटिन इत्यादि है.

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अनौपचारिक संचार

अनौपचारिक संचार में किसी भी प्रकार की औपचारिक या कब और किसको संवाद करना है इसका कोई निश्चित व्यवस्था नहीं होती है. अनौपचारिक संचार के उदाहरन हाथो और आँखों के इशारे, क्रोधित मुद्रा करना, सिर हिलाना, मुस्कराना इत्यादि है. अनौपचारिक संवाद पूर्ण रूप से दोनों पक्षों के आपसी संबंधो पर निर्भर करते है. इस संचार के प्रकार में संवाद की प्रक्रिया अति तेज होती है.

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लिखित संचार

लिखित संचार भी औपचारिक संचार का ही एक भाग है. जिसमे सूचनाए और जानकारीया को लिखित रूप में प्रेषित की जाती है. संचार की इस प्रणाली में सन्देश को अभिलेख रखने में आसानी होती है. तथा इसमें सूचना को स्पष्ट और पूर्ण रूप से दर्शाया जाता है. लिखित संचार के उदाहरन समाचार पत्र, बुलेटिन, अध्यादेश, व्यावहारिक पुस्तके और निति पुस्तिका इत्यादि है.

मौखित संचार

मौखिक संचार में सूचनाओ और जानकारियों का आदान प्रदान लिखित में ना होकर मौखिक में होता है. इसमें उच्चारण कर्ता और संवाद प्राप्त करने वाला दोनों एक दुसरे के आमने सामने होते है. अन्यथा दोनों एक दुसरे के पहुच में सूचना साधन जैसे रेडियो, लाउड स्पीकर, दूरदर्शन, दुरभाष से जुड़े होते है. लारेन्स एप्पले के अनुसार यह संचार की सर्वश्रेष्ठ कला है.

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अमौखिक संचार

अमौखिक संचार संचार का वह प्रकार है जिसमे सूचनाओ का आदान प्रदान नहीं तो लिखित रूप और नहीं ही मौखिक रूप में किया जाता है. संचार के इस प्रकार में इशारो और हाव भाव से दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बिच में संवाद स्थापित किया जाता है.

अन्तर्वैयक्तिक संचार

अन्तर्वैयक्तिक संचार के प्रकार में लिखित और मौखिक दोनो रूपों को स्थान दिया गया है. संचार की इस प्रक्रिया में सचार कर्ता और प्राप्तकर्ता एक दुसरे के सामने भी हो सकते है और नही भी हो सकते है. अन्तर्वैयक्तिक संचार के लिखित रूप में डायरी, पत्र, अख़बार इत्यादि शामिल किये जाते है. वही मौखिक रूप में टेलीफोन, आमने सामने वाली बात इत्यादि शामिल है.

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जनसंचार

जनसंचार वह माध्यम जिसके द्वारा सन्देश और जानकरी को विभिन्न माध्यमो के द्वारा जनमानस तक पहुचाया जाता है. जनसंचार माध्यम के उदाहरण रेडियो, टेलीफोन, इन्टरनेट, अख़बार इत्यादि है. आधुनिक युग में शायद की कोई व्यक्ति होगा जो जनसंचार के माध्यमो से जुड़ा हुआ नहीं होगा. मनुष्य के विकास के लिए जनसंचार माध्यमो की भूमिका अग्रणीय है.

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 निष्कर्ष

इस आर्टिकल (संचार कितने प्रकार के होते हैं | संचार किसे कहते है | संचार की परिभाषा) को लिखने का उद्देश्य आपको संचार और संचार के प्रकार के बारे में विस्तार से जानकारी देना है. संचार वह व्यवस्था है जिसके जरिये एक व्यक्ति दुसरे व्यक्ति को अपने सन्देश विभिन्न माध्यमो से पहुचाता है. इन माध्यम में आमने सामने की बातचीत, टेलीफोन पर बातचीत, अख़बार, पत्र इत्यादि शामिल किये जाते है.

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